कास का फूलना वर्षा ऋतु की बुढ़ौती का संकेत है।
( कांस के फूल उस संधि-सेतु का निर्माण करते हैं जिस पर से होकर एक साथ बरसात विदा होती है और शरद ऋतु का आगमन होता है। ) श्रीरामचरितमानस में गोस्वामी जी ने ऋतु वर्णन में कास के फूल का बड़ा उत्तम वर्णन किया है। *बरषा बिगत सरद रितु आई।* *लछमन देखहु परम सुहाई॥*…