भारत के प्रसिद्ध –  16 हनुमान मंदिर.

    भारत देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित प्रसिद्ध 16 हनुमान मंदिरों की बारे में जानकारी, इनमें से हर मंदिर की अपनी एक विशेषता है, कोई मंदीर अपनी प्राचीनता की लिये विख्यात है, तो कोई मंदीर अपनी भव्यता के लिए। जबकि कई मंदिर अपनी अनोखी हनुमान मूर्त्तियों के लिए जैसे की प्रयागराज का हनुमान…

Read More

मनुष्य जीवन का ध्येय विश्व का कल्याण ही होना चाहिए। यही सनातन विचारधारा भी है।

_   जब तक दूसरे सुखी नहीं होंगे हम सुखी नहीं हो सकते। इसलिए सब सुखी हों, सब स्वस्थ हों, सबका कल्याण हो। हमारे धर्म ग्रन्थों में कहां भी गया है – *सर्वे भवन्तु सुखिनः*   जीवन का ध्येय अनेक शब्दों में कहा जाता है। जैसे स्वतन्त्रता, मुक्ति, ईश्वरप्राप्ति, दुःखनाश, यश, वैभव, सुख आदि ।…

Read More

भगवान की सच्ची पूजा ।

  इस संसार में अनेक प्रकार के पुण्य और परमार्थ हैं। दूसरों की सेवा-सहायता करना पुण्य कार्य है, इससे कीर्ति, आत्मसंतोष तथा सद्गति की प्राप्ति होती है। इन सबसे भी बढ़कर एक पुण्य-परमार्थ है और वह है-`आत्मनिर्माण’। अपने दुर्गुणों को, विचारों को, कुसंस्कारों को, ईर्ष्या, तृष्णा, क्रोध, द्रोह, चिंता, भय एवं वासनाओं को, विवेक की…

Read More

मृत्यु से भय कैसा ?

    राजा परीक्षित को श्रीमद्भागवत पुराण सुनातें हुए जब शुकदेव जी महाराज को छह दिन बीत गए और तक्षक (सर्प) के काटने से मृत्यु होने का एक दिन शेष रह गया, तब भी राजा परीक्षित का शोक और मृत्यु का भय दूर नहीं हुआ। अपने मरने की घड़ी निकट आता देखकर राजा का मन…

Read More

होली भारत का अत्यंत प्राचीन पर्व है

होली भारत का अत्यंत प्राचीन पर्व है जो होली या होलिका नाम से मनाया जाता था, वसंत की ऋतु में हर्षोल्लास के साथ मनाये जाने के कारण इसे वसंतोत्सव भी कहा गया है, नारद पुराण औऱ भविष्य पुराण जैसे पुराणों की प्राचीन हस्तलिपियों और ग्रंथों में भी इस पर्व का उल्लेख मिलता है।   होली…

Read More

_होलिका दहन के दिन क्या करें, जानें होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त,

▪️ *होलिका दहन को लेकर शहर से गांव से तक बनी है भ्रम की स्थिति_* आज होगा होलिका दहन, शहर के चौराहे, गली मोहल्ले में लकड़ियों से सजी होली 8 बजकर 14 मिनट से रात 10 बजकर 44 मिनट तक रहेगा भ्रदा मुख का साया लेकिन अब पंडितों ने स्पष्ट रूप से सबकुछ बता दिया…

Read More

अघोरियों की होली और अघोर का अर्थ

    मशान होली शिव की होली है। होली से पहले बनारस के श्मशान में ये खेली जाती है। ये अघोरियों की होली है जो बनारस में हो रही है। शिव नटराज है और प्रथम योगी भी और प्रथम अघोरी भी । अघोर होने का अर्थ है किसी भी वस्तु से ईर्ष्या न होना, किसी…

Read More

क्यों नहीं खाते एकादशी को चावल ?

      यह सवाल अक्सर कई लोगों के मन में आता है कि एकादशी के दिन चावल क्यों नहीं खाते? *आखिर एकादशी के दिन चावल खाना क्यों वर्जित है?*   धार्म‌िक दृष्ट‌ि से पुराणों में लिखा है कि एकादशी के दिन चावल खाने से अखाद्य पदार्थ अर्थात नहीं खाने योग्य पदार्थ खाने का फल…

Read More

संगति, परिवेश और भाव

      एक राजा अपनी प्रजा का भरपूर ख्याल रखता था. राज्य में अचानक चोरी की शिकायतें बहुत आने लगीं. कोशिश करने से भी चोर पकड़ा नहीं गया.   हारकर राजा ने ढींढोरा पिटवा दिया कि जो चोरी करते पकडा जाएगा उसे मृत्युदंड दिया जाएगा. सभी स्थानों पर सैनिक तैनात कर दिए गए. घोषणा…

Read More

महाशिवरात्रि पूजन के साथ ही महाकुंभ 2025 आज समाप्त हो जाएगा,

  महाशिवरात्रि पूजन के साथ ही महाकुंभ 2025 आज समाप्त हो जाएगा, आस्था के समुद्र में आज लगभग दो करोड़ लोग मौजूदा मेले की अंतिम डुबकी लगाएंगे   प्रयागराज में महाकुंभ 2025 अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है, जहां करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था, अखाड़ों की दिव्यता और संतों के आशीर्वाद ने इसे ऐतिहासिक बना…

Read More