मन की प्यास कभी बुझती क्यों नहीं ?

    मन का स्वभाव ही ऐसा होता है कि वह बाहर ही हर चीज खोजता है। तृषित रहना मन का स्वभाव है। वह कभी तृप्त न होगा। परमात्मा ने इंद्रियों को इसी तरह बनाया है कि वह बाहर ही झांकती हैं – आंख, कान, नाक जिह्वा, त्वचा, इन सब के रस के विषय वस्तु…

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ब्रह्म मुहूर्त में उठने की परंपरा क्यों ?

*ब्रह्म मुहूर्त में उठने की परंपरा क्यों ?* रात्रि के अंतिम प्रहर को ब्रह्म मुहूर्त कहते हैं। हमारे ऋषि मुनियों ने इस मुहूर्त का विशेष महत्व बताया है। उनके अनुसार यह समय निद्रा त्याग के लिए सर्वोत्तम है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने से सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। सूर्योदय से…

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आकाशवाणी : साँस्कृतिक जागरण का एक विश्वसनीय माध्यम 

आकाशवाणी : साँस्कृतिक जागरण का एक विश्वसनीय माध्यम   प्रधानमंत्री श्रीनरेंद्र मोदी के चिंतन से नये आयाम भी   निसंदेह आधुनिक भारत में आज सोशल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की व्यापकता से आकाशवाणी का आकर्षण प्रभावित हुआ है। लेकिन जन सामान्य के बीच आकाशवाणी का महत्व कम नहीं हुआ है । आकाशवाणी ने भारत की साँस्कृतिक…

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मैने जीना सीख लिया है..

    मैं जितने साल जी चुका हूँ, उससे अब कम साल मुझे जीना है। यह समझ आने के बाद मुझमें यह थोड़ा-बहुत परिवर्तन आया है, कोशिश अभी जारी है…..   १. किसी प्रियजन की विदाई से अब मैं रोना छोड़ चुका हूँ क्योंकि आज नहीं तो कल मेरी बारी है।   २. उसी प्रकार,अगर…

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26 जनवरी 2025 को न्यायपालिका का लोकतान्त्रिक स्तम्भ ढह जायेगा!

साइंटिफिक-एनालिसिस:   महामहिम राष्ट्रपति श्रीमति द्रौपदी मूर्मू के समय रहते फैसला नहीं लिया गया तो आने वाली 26 जनवरी 2025 को गणतन्त्र दिवस के दिन राष्ट्रीय सलामी के साथ दुनिया के सबसे बडे लोकतन्त्र भारत में न्यायपालिका वाला लोकतान्त्रिक स्तम्भ ढह जायेगा | आपको सर्विदित हैं कि 26 नवम्बर 2024 को एक संविधान एक देश…

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आपको यह तो पता होगा की भारत 100 मिलियन वर्षो पहले एक द्वीप हुआ करता था? 

🇮🇳 आपको यह तो पता होगा की भारत 100 मिलियन वर्षो पहले एक द्वीप हुआ करता था? ❤️ तक़रीबन 50-60 मिलियन साल पहले, भारत का एशियाई महाद्वीप से टकराव हुवा और इस तरह दुनिया की छत यानि हिमालय का जन्म हुआ। गज़ब तथ्य, है ना? भारत अपनी समृद्ध विरासत और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है।…

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जिंदगी भर कमाये और भटा भात न खाये तो फिर काय की जिंदगी

जिंदगी भर कमाये और भटा भात न खाये तो फिर काय की जिंदगी । ऐसी कहावत प्रचलित है हमारे क्षेत्र में। इससे आप समझ गए होंगे कि इसका यहाँ क्या स्थान होगा…? वैसे तो भटे का भरता इतना खास है कि इसके आगे बड़े से बड़े और महंगे से महंगे व्यंजन भी फीखे नजर आते…

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अपनी आयु को बढ़ाना चाहते हैं तो आयुर्वेद की तीन तिकड़ी को जानना जरुरी है

त्रयः उपस्तंभः ========== तीन डंडो को आपस में एक दूसरे के सपोर्ट से खड़ा कर दीजिये । आसान है। पर इनमे से एक भी गिरा तो बाकि के दूसरे भी गिर जाएंगे । आपका स्वास्थ्य सही रहे इसके लिए आयुर्वेद में इसी तरह की एक तिकड़ी है उसके बारे में जान लीजिये । जीवन अगर…

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अमरकंटक,:    महा मेरु श्री यंत्र मंदिर दो तरफ से जंगल से घिरा हुआ

अमरकंटक, (मध्य प्रदेश) महा मेरु श्री यंत्र मंदिर दो तरफ से जंगल से घिरा हुआ है, प्राचीन और पवित्र बट्टे कृष्ण कुंड, इसके पश्चिम में एक तालाब और इसके उत्तर में एक जल भंडार है। मंदिर का निर्माण पहाड़ों के मैकल, सतपुडा और विंध्याचल श्रेणी के मध्य में किया गया है।   विशाल मंदिर के…

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