पत्रकारिता की दाढ़ में लगा बिजनेस का खून !

🔺कीर्ति राणा: आज सर्वाधिक पढ़ा जाने वाला ‘दैनिक भास्कर’ देखा, कभी इंदौर का पर्याय रहा ‘नईदुनिया’ देखा और इन से आगे निकलने की दौड़ में शामिल ‘पत्रिका’ भी देखा। तीनों अखबार शहर की नब्ज जानने और सामाजिक सरोकार का दावा करते हैं लेकिन तीनों ही अखबारों में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी-इंदौर के एडीएम, निगमायुक्त रहे कैप्टन…

Read More

करोड़पति करदाताओं का बढ़ना क्या सही मायनों में विकास है?

    वित्तीय वर्ष २२-२३ में देश में एक करोड़ से ज्यादा की आय दिखाने वाले २२०००० करदाता पाए गए जबकि यही संख्या वित्तीय वर्ष २०१२-१३ में ४०००० थी। हालांकि मंहगाई भी पिछले ११ वर्षों ५ गुना बढ़ी है, तो उस हिसाब से करोड़पति करदाताओं का ५ गुना बढ़ना कोई विशेष उपलब्धि नहीं कही जा…

Read More

हिंदुत्व के मूल में ही निहित है विश्व कल्याण : सरसंचालक डॉ मोहन भागवत

  योगमणि ट्रस्ट जबलपुर के तत्वावधान में योगमणि वंदनीया स्वर्गीय डॉक्टर उर्मिला ताई जामदार स्मृति प्रसंग के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने वर्तमान में विश्व कल्याण हेतु हिंदुत्व की प्रासंगिकता के विषय को प्रवर्तित करते हुए अपने विचार रखे। उन्होंने सबसे पहले यह स्पष्ट किया कि क्या विश्व को कल्याण…

Read More

कांग्रेस और वामपंथ, एक सिक्के के दो पहलू

  प्रकाश भटनागर: एक कहानी यूं तो मार्मिक अर्थ वाली है, लेकिन आज की बात के संदर्भ में उसे परिवर्तित नजरिए से भी समझा जा सकता है। एक अंधे को भीख मांगने के लिए रोज सड़क पार करना होती थी। उसे किसी बच्चे का सहारा मिला। अंधा रोज बच्चे के सिर पर हाथ रखता और…

Read More

सूर्योपासना का प्रतीक – छठ पर्व

सनातन भारतीय संस्कृति में सूर्य को ऊर्जा का अक्षय स्रोत माना गया है। अतः भारत में वैदिक काल से ही सूर्योपासना व्यापक रूप से प्रचलित रही है। बिहार में सूर्योपासना ” छठ ” व्रत के रूप में की जाती है। ‘ छठ ‘ शब्द संस्कृत के ‘ षष्ठ ‘ शब्द का तद्भव रूप है। व्रत…

Read More

शरद पूर्णिमा : किस कारण शरद पूर्णिमा कहाः गया!

*_ _अमृतमयी शरद पूर्णिमा के पावन पर्व की आपसभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!_ चन्द्र देव से प्रार्थना है कि यह पर्व आपके जीवन को सुख, शांति, समृद्धि व आरोग्यता के अमृत से अभिसिंचित करें 🙏। पूरे विश्व में भारत ही एकमात्र ऐसा राष्ट्र है , जहां छह ऋतुएं होती हैं – बसंत , ग्रीष्म…

Read More

ताज होटल (Taj Hotel) को बनने में कितना समय लगा था ? , जानें

ताज होटल (Taj Hotel) को बनने में करीब 14 साल लगे थे और साल 1903 में गेस्ट के लिए खोला गया था। ताज होटल साल 1903 में खुला था। इसकी नींव जमशेदजी टाटा (बाएं) ने डाली थी। साल 1889 में टाटा ग्रुप के संस्थापक जमशेदजी टाटा (Jamsetji Tata) ने अचानक ऐलान किया कि वे बॉम्बे…

Read More

रतन टाटा :सच्ची ख़ुशी स्वर्ग की और –

सच्ची ख़ुशी स्वर्ग की और — *मैं आपका चेहरा याद रखना चाहता हूं ताकि जब मैं आपसे स्वर्ग में मिलूं, तो मैं आपको पहचान सकूं और एक बार फिर आपका धन्यवाद कर सकूं। जब एक टेलीफोन साक्षात्कार में भारतीय *अरबपति रतनजी टाटा* से रेडियो प्रस्तोता ने पूछा: “सर आपको क्या याद है कि आपको जीवन…

Read More

नवरात्र का अष्टम दिवस माता का आठवां स्वरूप – माँ महागौरी

नवरात्र का अष्टम दिवस माता का आठवां स्वरूप – *माँ महागौरी माँ दुर्गाजी की आठवीं शक्ति का नाम महागौरी है | इनका वर्ण पूर्णत: गौर है | इस गौरता की उपमा शंख, चन्द्र और कुंद के फूल से दी गयी है | इनकी आयु आठ वर्ष की मानी गयी है – ‘अष्टवर्षा भवेद गौरी’ |…

Read More