भोपाल:गोविंदपुरा में तेजी से फैल रहा है संक्रमण
गोविंदपुरा में तेजी से फैल रहा है संक्रमण भोपाल । राजधानी में कोरोना का संक्रमण अब बेकाबू हो गया है। जिसे रोकने के लिए प्रशासन कोई कारगर उपाय नहीं सोच रहा है। इधर, बीते सात दिनों में शहर में 4316 संक्रमित मरीज है। पहले नंबर पर कोलार 1530 तो दूसरे नंबर पर गोविंदपुरा में मिले 1031 संक्रमित मरीज। कोरोना का संक्रमण इस कदर बढ़ रहा है कि वहीं पुरानी स्थिति वापस लौट आई है। इन दोनों क्षेत्रों में लगातार 200 से ज्यादा मरीज मिल रहे है। यहीं कारण है कि कोलार को प्रदेश का सबसे बडा कंटेनमेंट क्षेत्र बनाया गया है। वहीं गोविंदपुरा को दूसरा बडा कंटेनमेंट बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है। विगत दिनों हुई कोरोना संक्रमण की समीक्षा बैठक के दौरान यह सामने आया कि दूसरे नंबर गोविंदपुरा में संक्रमण फैल रहा है। यहां सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज आयोध्या नगर, गोविंदपुरा इंडस्ट्रीयल एरिया, अशोका गार्डन सहित आसपास की कॉलोनियों में है। जहां प्रतिदिन पांच से सात एक घर में पॉजिटिव मरीज मिल रहे है। इधर, नगर निगम से जानकारी मांगी गई है कि गोविंदपुरा क्षेत्र में किन किन वार्डों में ज्यादा संक्रमण फैला है। वहीं जोन 9, 10 व 11 नंबर के वार्डों में संक्रमण की स्थिति का पता लगाया जा रहा है। इसके बाद इन वार्डों को मिलाकर एक बडा कंटेनमेंट क्षेत्र बनाया जा सकता है। कंटेनमेंट क्षेत्र बनाए जाने के बाद यहां सिर्फ अत्यावश्यक सेवाओं को छोडकर सब बंद कर दिया जाएगा। गलियों में जगह-जगह बेरिकेडिंग होगी और लोगों के घरों से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। गोविंदपुरा में 11 हजार लोग संक्रमित प्रशासन द्वारा जारी आंकडों के मुताबिक अब तक सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज कोलार में 17 हजार 563 मिले है। वहीं दूसरे नंबर पर गोविंदपुरा में 11 हजार 427 मरीज मिल चुके है। इसी तरह तीसरे नंबर पर बैरागढ में 6 हजार 725 मरीज मिले है। टीटी नगर में 6254, पुराने भोपाल में 5,976, एमपी नगर में 5621, हुजूर में 1347, बैरसिया में 327 मरीज मिल चुके है। इस तरह अब तक बीते एक साल में शहर में 55 हजार 668 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके है। प्रशासन के अनुसार अब तक कोरोना से 680 लोगों की मौत हुई है। हालांकि वास्तविकता में यह आंकडा कहीं गुना ज्यादा है। होम आइसोलेशन वाले मरीजों को नहीं मिल रही डॉक्टरों की सलाह भोपाल में शनिवार रात की स्थिति में 2,685 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। इनकी निगरानी के लिए सिर्फ 25 डॉक्टरों की टीम है। प्रशासन का दावा है कि मरीजों के बुलाने पर डॉक्टर उनके घर जाकर परीक्षण करते हैं। जरूरत पर अस्पताल रेफर करते हैं। कोलार की एक मरीज गौरा बाई ने बताया कि शुक्रवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आने 104 नंबर पर कॉल किया। यहां से डॉक्टरों से राय लेने के लिए फोन नंबर 0755-2704201 मिला। दोपहर 12 बजे के करीब इस नंबर पर 27 बार डॉयल करने के बाद भी नंबर नहीं लगा। इसी तरह से बालाजी नगर में रहने वाले आनंद शुक्ला ने बताया कि दिए गए नंबरों पर फोन लगाने पर डॉक्टरों ने सलाह दी कि जहां से जांच कराई है, वहां के डॉक्टरों से सलाह ले लो। हेल्पलाइन भी असहाय सरकार की तरफ से अलग-अलग माध्यम से यह प्रचारित किया जा रहा है कि 104 पर नंबर पर फोन कर चिकित्सक की सलाह ले सकते हैं। हकीकत यह है कि यह सेवा सिर्फ सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक ही मिलती है। कोरोना को लेकर हाहाकार की स्थिति होने के बाद भी यह सेवा 24 घंटे के लिए नहीं की गई है, जबकि पिछले साल सितंबर-अक्टूबर में मरीज बढऩे पर सुविधा 24 घंटे के लिए कर दी गई थी। भोपाल में कोविड मरीजों को बिस्तर की उपलधता बताने के लिए जिला प्रशासन ने दो फोन नंबर 0755-2704225 और 0755-2704201 जारी किए हैं। इन नंबर पर फोन करने पर यह बताया जा रहा है कि अस्पतालों से बिस्तर की उपलब्धता की अभी अपडेट जानकारी नहीं आई है। इन नंबरों पर चिकित्सकीय सलाह भी ली जा सकती है।