MP में जून के आखिरी हफ्ते में मानसून आने के आसार

अरब सागर के दक्षिण पूर्वी हिस्से में लक्षद्वीप के ऊपर सोमवार सुबह एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन गया। इसने केरल में मानसून के दस्तक देने की संभावना को और पीछे धकेल दिया है। मानसून की उत्तरी सीमा बीते 4 दिनों से एक ही जगह पर अटकी हुई है।

अरब सागर में जो बादल पश्चिमी हवा के साथ केरल की ओर बहुत धीमी गति से बढ़ रहे थे, वे अब साइक्लोनिक सर्कुलेशन की ओर खिंच गए हैं। ये बादल केरल की ओर कम हो गए हैं। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, मानसून की अगर यही रफ्तार रही तो इसके भोपाल समेत MP में जून के आखिरी हफ्ते में ही पहुंचने के आसार हैं।

बारिश और लू वाले राज्यों को जान लीजिए…
IMD के मुताबिक, 8 जून तक केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और ओडिशा में धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर पूर्व आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, सिक्किम, झारखंड और उत्तर प्रदेश में लू चलने की आशंका जताई गई है। अंडमान और निकोबार द्वीप और लक्षद्वीप में भी बारिश होने का अनुमान है। वहीं, अन्य राज्यों में मौसम सामान्य रहेगा।

अरब सागर में अगले पांच दिन 50 KMPH की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अरब सागर में बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन अगले 24 घंटे में कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होगा। उसके बाद मजबूत होते हुए उत्तरी दिशा में यह आगे बढ़ सकता है। बुधवार या गुरुवार को को इसके डिप्रेशन में बदलने की संभावना है। इसका मतलब हुआ कि मध्य, दक्षिणी व पूर्व मध्य अरब सागर में अगले पांच दिन तक 50 KMPH की रफ्तार से हवाएं चलती रहेंगी और बारिश होगी।

केरल के तटों पर कमजोर हो रही हवा
केरल के कुछ इलाकों में बहुत हल्की बारिश हो रही है, लेकिन दक्षिणी अरब सागर में पश्चिमी हवाएं समुद्र तल से करीब 2.1 किमी की ऊंचाई तक चल रही हैं। मानसून के दस्तक देने के लिए उनका करीब 4.5 किमी से अधिक होना जरूरी है।

साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से केरल के तटों पर हवा कमजोर हो रही है। बारिश भी 14 में से 10 स्टेशनों की तुलना में तीन-चार पर ही दर्ज की गई है। हालांकि, केरल और तटीय कर्नाटक क्षेत्र में अगले एक-दो दिन में बारिश शुरू होने की संभावना है, लेकिन मानसून आने की परिस्थितियां अनुकूल नहीं होने से उसे मानसूनी बारिश नहीं माना जाएगा।

इस साल सामान्य मानसून की भविष्यवाणी
दक्षिण-पश्चिम मानसून के रविवार यानी 4 जून को केरल पहुंचने के आसार थे। IMD ने बताया कि मानसून के केरल पहुंचने में एक हफ्ते की और देरी हो सकती है। यानी जून के दूसरे हफ्ते के अंत तक केरल आने की संभावना है। पिछले साल यानी 2022 में मानसून 29 मई को केरल पहुंचा था। वहीं, 2021 में यह 1 जून को पहुंचा था।

IMD के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून अब लक्षद्वीप और दक्षिण अरब सागर के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ रहा है। लेकिन साइक्लोनिक सर्कुलेशन ने हालात बिगाड़ दिए हैं। हालांकि, IMD ने इस साल सामान्य मानसून की भविष्यवाणी की है।

Shares