अपनी चतुराई से अंग्रेजों को खूब छकाते थे वीर सावरकर
वीर क्रांतिकारी विनायक दामोदर सावरकर को अंग्रेजों ने अंडमान जेल से रिहा कर महाराष्ट्र के रत्नागिरि में नजरबंद किया था। वहां उन पर सार्वजनिक रूप से राजनीति और लेखन आदि कार्यों पर प्रतिबंधलगाया गया था। फिर भी वीर सावरकर ने अंग्रेजों की आंख में धूल झोंकते हुए सामाजिक तथा मानसिक क्रांति का कार्य अनवरत…