जंगलों की कटाई हमारी संस्कृति नहीं, हम तो हमेशा से पर्यावरण संरक्षण के प्रतिनिधि रहे हैं
– डॉ सुदेश वाघमारे: पर्यावरण का मतलब केवल वृक्षारोपण करना ही नहीं है इससे कहीं आगे है पर्यावरण को संरक्षित करना प्रत्येक प्रत्येक व्यक्ति को अपनी दैनिक दिनचर्या में उतारना चाहिए आज यदि हम वृक्षों को काटने से रोकेंगे तो उसके परिणाम हमें वर्तमान में तो मिलेंगे ही साथ ही साथ भविष्य में…