Headlines

जय हो! आधुनिक भारत भाग्य विधाताओ की

    श्रीगोपाल गुप्ता: आज पूरा देश चहुं और संकटों से घिरा हुआ है ,एक और जहां वैश्विक महामारी कोरोना वायरस आम और खास भारतीयों को अपनी जद में ले रहा है तो वहीं सीमा पर नेपाल, पाकिस्तान और चीन भारत को घेरने में लगे हैं,अर्थव्यवस्था भी रसातल में जाने की जिद पाल बैठी है…

Read More

ऑनलाइन शिक्षाः स्कूली शिक्षा का विकल्प नहीं

मुरलीधर गुर्जर: शिक्षा इंसान को ऐसी समझ, मूल्य और कौशल देती है जो उसे इस जटिल समाज में ठीक से जीवन चलाने में सक्षम बनाते हैं। इंसान को सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनैतिक जीवन में आने वाली समस्याओं के समाधान व गरिमामय जीवन जीने के लिए शिक्षा एक महत्वपूर्ण धुरी के रूप में काम करती है,…

Read More

आत्मनिर्भर भारत की चुनौतियां

    अनिल निगम: कोरोना वैश्‍विक महामारी के बाद अस्‍त-व्‍यस्‍त और पस्‍त हो चुकी अर्थव्‍यवस्‍था में जान फूंकने की दरकार है। यद्यपि केंद्र सरकार देश को आत्‍मनिर्भर बनाने के लिए पहले ही 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा कर चुकी है। निःसंदेह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकल के लिए वोकल बनकर उसे…

Read More

नेपाली संसद से हिंदी, धोती, कुर्ता बाहर

  डॉ. वेदप्रताप वैदिक, नेपाल के प्रधानमंत्री खड़ग प्रसाद ओली अपने आप को कम्युनिस्ट कहते हैं लेकिन अपनी खाल बचाने के लिए उन्होंने अब उग्र राष्ट्रवादी का चोला ओढ़ लिया है। अब वे नेपाली संसद में हिंदी बोलने और धोती-कुर्ता पहनने पर प्रतिबंध लगाएंगे। उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए उन्हीं की नेपाल कम्युनिस्ट…

Read More

कालाजार में औषध प्रतिरोध से निपटने के लिए नया बायोमोलेक्यूल्स

     सुंदरराजन पद्मनाभन:  24 JUN 2020, लीशमैनियता एक उपेक्षित उष्णकटिबंधीय बीमारी है, जिसकी चपेट में भारत सहित लगभग 100 देशों के लोग हैं। यह लीशमैनिया नामक एक परजीवी के कारण होता है जो रेत मक्खियों के काटने से फैलता है। लीशमैनियता के तीन मुख्य रूप हैं – पहला, आंतजो कई अंगों को प्रभावित करता है और यह…

Read More

कोविड दि क्रिमिनल

अभिषेक आदित्य: मैंबचपन में रेलगाड़ी से दिल्ली से देहरादून जाया करता था। कई बार उन दिनों मन में ये खयाल आता था, कि अगर हम इस रेल की पटरी पर चलने लगे, तो शायद, हम भी कुछ दिनों में पैदल दिल्ली से देहरादून पहुंच जाएंगे। हम से तो यह हो न सका, मगर सरकार ने…

Read More

ऑनलाइन शिक्षा…कितनी सार्थकता और कितनी सफलता …?

    संजय सक्सेना : कोरोना काल में स्कूल और कालेज खोलना खतरे से खाली नहीं हैं, सो आनलाइन शिक्षा की पहल हमारे देश में भी हो रही है। हम नए तौर तरीके सीखें, आधुनिक संसाधनों का उपयोग करना सीखें और आगे बढ़ें, यह सभी चाहते हैं, परंतु आज के हालात में आनलाइन या डिजिटल…

Read More

महिलाएंः लॉकडाउन की लाइफ लाइन

    डॉ. राकेश राणा: महिलाएं दुनिया में लॉकडाउन की सफलता का आधार बनकर मजबूत संचालक शक्ति के रूप में उभरी। बावजूद इसके कि लॉकडाउन का महिलाओं के जीवन पर हर तरह से बुरा असर पड़ा है। इस दौरान दुनिया भर में महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई। महिलाओं पर…

Read More

दिहाड़ी मजदूरों पर विशेष ध्यान की जरूरत

गिरीश्वर मिश्र: पिछले कुछ समय से पूरे देश के लिये हुक्म है कि घर में बंद रहो और यह जीवन की रक्षा और स्वास्थ्य की बेहतरी के लिये लिया गया सरकारी निर्णय है जिसका सब ने मान रखा। पर घर-बैठकी का अर्थ गरीब और अमीर या फिर पक्की नौकरी वाले जो महीने-महीने तनख्वाह उगाहते हैं…

Read More

अस्पताल लूटपाट बंद करें

डॉ. वेदप्रताप वैदिक: भारत में कोरोना का प्रकोप एक तरफ नई ऊंचाइयों को छू रहा है और दूसरी तरफ हमारे अस्पताल लापरवाही और लूटमार में सारी दुनिया को मात कर रहे हैं। दिल्ली और मुंबई से कई ऐसी लोमहर्षक खबरें आ रही हैं कि उनपर विश्वास ही नहीं होता। कोरोना के मरीजों को और उनके…

Read More