पूरे विश्व में भारतियों के प्रति बढ़ता हेट क्राइम: आखिर क्यों?

    हाल के कुछ सालों में विश्व के लगभग हर देश में भारतियों के प्रति हेट क्राइम साम्प्रदायिक हिंसा काफी बढ़ गई है. ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, कनाडा, अमरीका, युरोप, रूस, खाड़ी देश और पड़ोसी देश नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, आदि में आज सांप्रदायिक हिंसा आम बात हो चुकी है. कल ही भारत सरकार ने कनाडा…

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वैश्विक मंदी के असर से कैसे बचें

    ब्रिटेन आर्थिक मंदी की चपेट में आ चुका. इसके बाद से पूरी दुनिया पर मंदी की आशंका के बादल गहरे होने लगे हैं. कुछ महीनों में मंदी को लेकर लगाए जा रहे कयास अब सच हो सकते हैं. *भारत अब तक दो बार मंदी की चपेट में आया है:* १. साल 1991 में…

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अपना एमपी गज्जब है, यहां देवी – देवता भी लुटते हैं…

  अरुण दीक्षित: पिछले करीब एक सप्ताह से मध्यप्रदेश में एक लूट खासी चर्चा में है।हालांकि पुलिस ने लुटेरों को पकड़ कर अपनी पीठ थपथपा ली है।लेकिन प्रदेश के सबसे वीआईपी इलाके में हुई इस लूट ने जो सवाल उठाए हैं उनका जवाब शायद खुद देवी देवताओं के पास भी नहीं होगा। वैसे यह पहला…

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निजी अक्ल का इस्तेमाल कभी करेंगे या नहीं राहुल ?

  राहुल गांधी अपने ट्रेक रिकार्ड के अनुसार दूसरों की उधार की बुद्धि पर ही चल रहे हैं। वरना यह संभव ही नहीं है कि इतने साल के राजनीतिक अनुभव, जिम्मेदारी और इस क्षेत्र की विराट विरासत के बाद भी वह एक के बाद एक आत्मघाती कदम उठाते चले जाएं। वीर सावरकर को लेकर उनकी…

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सीएम की भावनाओं को पलीता

  मुख्यमंत्री ने स्कूल शिक्षा का स्तर और व्यवस्था सुधारने के उद्देश्य से सीएम राइज स्कूल खोलने की योजना प्रदेश में लागू कराई थी। सोचा और कहा ये गया था कि जिस तरह पहले माडल स्कूल और फिर एक्सीलेंस स्कूल खोले गए थे, उसी तरह इन स्कूलों में विशेष व्यवस्थाएं होंगी और ये सरकारी स्कूलों…

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भारत के प्रसिद्ध ग्यारह संत और उनके चमत्कार

  बचपन से आप सुनते आये होंगे कि जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ा, तब-तब भगवान ने किसी ना किसी रूप में जन्म लिया और बुराइयों का अंत किया। ठीक इसी तरह कई संत महात्माओं ने भी समय-समय पर जन्म लिया और अपने चमत्कार से समाज को सही मार्ग दिखाया है. फिर चाहे वह संत एकनाथ…

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आरटीआई को कुचलने के लिए नौकरशाह का षड्यंत्र

  नागदा .सूचना अधिकार कानून जनता को एक बहुत बड़ा हथियार मिला है. लेकिन इस देश में इस कानून को एक सोची-समझी रणनीति के तहत समाप्त किया जा रहा है .कारण की इस कानून की संरचना में कुछ विसंगतियां है. सूचना अधिकार आवेदन का निराकरण करने की जिम्मेदारी उसी विभाग के अफसर के पास होती…

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निष्क्रिय कंपनियों की धरपकड़ जारी

  कंपनियों में काम करें अन्यथा स्वमेव बंद करना बेहतर: मुखौटा कहे या सिर्फ नाम की कंपनियां या फर्जी कंपनियों का उपयोग खासकर नोटबंदी के बाद यह संज्ञान में आया कि इनका मनी लांड्रिंग के लिए उपयोग व्यापक स्तर पर होता है. हाल में ही लोन एप वाली कंपनियों द्वारा करोड़ों का फंड ट्रांसफर चीन…

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कैसे हो ऋतुओं का ज्ञान? क्या चाँन्द्र महीनों से चलती हैं ऋतुएँ?

  कभी १५ से २० दिन आगे? कभी १५ से २० दिन पीछे? या फिर अंग्रेजी तारीखें ही हैं वैज्ञानिक ? जिनमें जीवन भर पूछो कि यह महीना ३० दिन वाला है, या ३१ दिन वाला? इस वर्ष फरवरी २८ की, या २९ की ? ये अंग्रेजी तारीखें वैज्ञानिक हैं या बेतुकी ? क्या है…

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ब्रांड बनाओ, खड़ा करो, बेचो और निकल जाओ: रिटेल निवेशक किस्मत भरोसे

  पिछले तीन सालों में खासकर महामारी काल से एक नया ट्रेंड शेयर बाजार में आया है जिसमें नए जमाने की कंपनियां अपना ब्रांड मार्केट में खड़ा करने के बाद महंगे दाम पर आम निवेशकों को शेयर बेचकर इसके प्रमोटर्स निकल जाते हैं और फिर कंपनियां चलती है भगवान भरोसे. जो कंपनियां चल गई वो…

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