सरकार और आयकर विभाग रूपी गुरु को आयकर दाताओं रूपी शिष्यों का कोटि कोटि नमन

    जीवन में संघर्ष के बाद ही निखार आता है और सोना जितना तपता है, उतना ही चमकता है. मोदी सरकार देश को सोने की चिड़िया बनाना चाहती है और जब देश के लोग थपेड़ों को सहन कर सोना बन जाऐंगे, तो देश अपने आप विश्व गुरु और सोने की चिड़िया बन जाएगा. हमारी…

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धूप को बांधने चले तुगलक”

‘ -प्रियदर्शन, संपादक NDTV… जो लोग अरसे से ‘दैनिक भास्कर’ पढ़ते रहे हैं, वे पिछले कुछ महीनों से भास्कर में आए बदलावों को लेकर कुछ चकित थे. यह साफ़ नज़र आ रहा था कि ‘दैनिक भास्कर’ पत्रकारिता के धर्म के मुताबिक लगातार वे ख़बरें खोज और दे रहा है जिसे देने से दूसरे बच रहे…

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समझिये कि आप क्यों बन गए ‘दैनिक बकवासकर’

समझिये कि आप क्यों बन गए ‘दैनिक बकवासकर’ कमाल का कंट्रास्ट है। एक तरफ आप कह रहे हैं कि आप डरते नहीं। दूसरी तरफ पिद्दी भर के शब्द ‘छापे’ ने आपकी जैसे घिग्घी बांध दी है। यहां सीधा-सीधा छापा पड़ा है और आप इस सच से उलटा-उलटा जाकर इसे ‘कार्रवाई’ लिख रहे हो। उस पर…

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निजता के हनन के मापदंड तय करने होंगे सरकार को

    सूचना के अधिकार कानून के तहत सरकार और संवैधानिक संस्थान तय करती है कि सूचना निजी है या नहीं. मापदंडों की व्याख्या नहीं होने के कारण सही सूचना जनता को नहीं मिल पाती है और सरकारी विभागों को जो सूचना नहीं देनी होती, उसे निजी बताकर मना कर दिया जाता है. खासकर कोविड…

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Israeli Pegasus Spyware: अगर धुआं उठ रहा है तो आग भी कहीं अवश्य लगी होगी

    अभय कुमार ‘अभय’। अगर धुआं दिखाई दे रहा है तो आग भी कहीं अवश्य लगी होगी। इसलिए इस खबर को सिरे से खारिज करना उचित नहीं होगा कि पेगासस स्पाईवेयर के जरिये प्रमुख हस्तियों की जासूसी की गई थी। खबरों में बताया जा रहा है कि एक मिस काल देकर स्पाईवेयर को टार्गेटेड स्मार्टफोन…

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सहकारी क्षेत्र आधारित नया आर्थिक माडल समय की मांग और जरुरत

    सहकारी क्षेत्र पर आधरित आर्थिक मॉडल की मुख्य चुनौतियां ग्रामीण इलाकों में कार्य कर रही जिला केंद्रीय सहकारी बैकों की शाखाओं के सामने हैं। इन बैंकों द्वारा ऋण प्रदान करने की योजना में समय के साथ परिवर्तन नहीं किया गया, जबकि अब ग्रामीण क्षेत्रों में आय का स्वरूप बदल गया है। ग्रामीण इलाकों…

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क्या जनहितैषी और जनहित के निर्णयों के लिए सरकारों को चाहिए कोर्ट से निर्देश?

    हाल के कुछ सालों में यह देखने अक्सर मिल रहा है कि जनहित के मुद्दों पर चाहे केन्द्र सरकार हो या फिर राज्य सरकारें, स्वत: निर्णय न लेकर लोगों को परेशान होने दिया जाता है और आखिर में कोर्ट के निर्देश पर फैसले लिए जाते हैं. तो फिर जनता की चुनी सरकार का…

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82000 करोड़ रुपये का कोई दावेदार नहीं

  आप जानकार चौंक जाएंगे कि बैंकों, म्‍यूचुअल फंडों, बीमा कंपनियों और पीएफ में 82000 करोड़ रुपये की पूंजी पड़ी है जिसका कोई दावेदार नहीं है. दरअसल, कई बार होता है कि कोई व्‍यक्ति कहीं निवेश कर देता है और इसके बाद उनकी मृत्‍यु हो जाती है. अगर परिवार के सदस्‍यों या किसी करीबी को…

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करंट से होने वाली दुर्घटनाएं – सावधानी बरतने की सलाह

  मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने जनता को आगाह किया है कि जरा सी असावधानी दुर्घटना का कारण बन सकती है। आमजन करंट से होने वाली दुघटनाओं की रोकथाम में सहयोग करें एवं बिजली लाइनों तथा ट्रांसफार्मर से उचित दूरी बना कर रखें। कंपनी ने उपभोक्ताएओं से अपील में कहा है कि विद्युत लाइनोंध्ट्रांसफार्मरों एवं…

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क्या एलआईसी का निजीकरण और विनिवेश सरकार का सही कदम?

    एलआईसी की सूचीबद्धता सरकार के चालू वित्त वर्ष के विनिवेश लक्ष्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण है. सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. इस 1.75 लाख करोड़ रुपये में एक लाख करोड़ रुपये सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और वित्तीय संस्थानों में सरकार की…

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