कोरोना से बचने के लिए सबसे बेहतर तरीका तो यह है कि घर से न निकलें, फिर भी यदि अत्यावश्यक काम के लिए आपको बाहर निकलना पड़ रहा है तो घर से निकलने और वापस आने के दौरान कुछ प्रोटोकॉल्स का पालन करना चाहिए। इससे आप अपनी और परिवार के सदस्यों सहित अन्य लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकेंगे।
इसके साथ ही अत्यावश्यक सेवा में आने वाले लोगों के परिवारवालों को भी खुद की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान रखना चाहिए और जरूरी प्रोटोकॉल्स का पालन करना चाहिए।
क्या करें, जब घर से बाहर जा रहे हों
– बाहर निकलें तो फुल आस्तीन का शर्ट या जैकेट पहनें।
– महिला हैं तो अपने बालों का सिर पर जुड़ा बांध लें। ईयर रिंग, अंगूठी या ब्रेसलेट जैसे आभूषण न पहनें।

– पूरी तरह तैयार होने के बाद सबसे आखिर में मास्क लगाएं।
– पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग बिल्कुल न करें।
– यदि पालतू जानवर साथ हो तो बाहर किसी सतह पर उन्हें रगड़ने न दें।
– कागज के रूमाल का उपयोग करें। यदि बाहर किसी सतह को छू रहे हैं तो अंगुली को इससे ढंक लें।
– उपयोग के बाद इन्हें ढक्कन वाले डस्टबिन में फेंक दें।
– खांसने या छींकने के दौरान कोहनी से मुहं को ढंके।
– कैश का उपयोग न करें। यदि कैश उपयोग कर रहे हैं तो तत्काल सैनिटाइज करें।
– किसी भी सतह को छूने के बाद अपने हाथ अच्छे से धोएं।
घर में घुसने से पहले इन बातों का ध्यान रखें
– घर में आने के दौरान किसी भी चीज को न छुएं।
– जूते या चप्पल बाहर ही उतारें।
– यदि पालतू जानवर बाहर गया है तो उनके पैर सैनिटाइज करें।
– अपने ऊपर के कपड़े उतारकर एक बैग में डालें।

– घुसने से पहले बैग, पर्स, चाबी, मोबाइल एक बॉक्स में डाल लें। उसे सैनिटाइज कर लें।
– नहा लें। यदि नहीं नहा सकते तो बाहर अन्य चीजों के संपर्क में आए शरीर के सभी हिस्से अच्छे से धोएं।
– बाहर से यदि कोई सामान लाएं हैं तो उसकी सतह को ब्लीच या सैनिटाइजर से साफ करें।
– ग्लव्स पहने हों तो उसे उतारकर अच्छे से हाथ धोएं।
– हर चीज सैनिटाइज या संक्रमण मुक्त नहीं की जाती, लेकिन इनसे रिस्क कम होती है।
रिस्क वाले लोगों के साथ रह रहे हैं तो इन बातों का ध्यान
– अलग-अलग पलंग पर सोएं।
– अलग-अलग वाशरूम का उपयोग करें।
– टॉवेल, ग्लास, कप, प्लेट, चम्मच शेयर न करें।
– जो सतह या वस्तुएं रोज सबसे ज्यादा संपर्क में आती हैं, उसे नियमित रूप से साफ करते रहें।
– रिस्क वाले व्यक्ति के कपड़े अलग धोएं और सभी कपड़े नियमित धोते रहें।
– रिस्क वाले व्यक्ति को अलग कमरे में सुलाएं।
– अपने कमरों का वेंटिलेशन ठीक रखें।
– यदि तबियत खराब होती है तो डॉक्टर से संपर्क करें।
– क्वारंटाइन हैं तो दो हफ्तों की चेन न तोड़ें। इससे पहले बाहर आए तो नए सिरे से शुरुआत करनी होगी।