Coronavirus:इंदौर में सामुदायिक संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा

इंदौर: सामुदायिक संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा
इंदौर के रानीपुरा क्षेत्र को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
इंदौर में सामुदायिक संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ गया है। यहां कई परिवारों में इसके लक्षण देखे गए हैं। अंबिकापुरी, सुखलिया, गांधीनगर, मोती तबेला जैसे नए-नए क्षेत्र इसकी जद में आते जा रहे हैं। इंदौर के आसपास के इलाकों में भी कोरोना ने दस्तक दी है और ये बेटमा (महू) तक पहुंच गया है। रानीपुरा, दौलतगंज, चंदननगर और खजराना की सघन बस्तियों में उन्हीं परिवारों या उनके संपर्क में आने वाले रिश्तेदारों में घूम रहा कोरोनावायरस अब तेजी से फैल रहा है। नए इलाकों में कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिलने से शुक्रवार को जिला प्रशासन ने 11 और कैंटोनमेंट जोन बनाए हैं। इस तरह इंदौर में कुल 30 कैंटोनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं, जहां घर-घर दस्तक देकर कोरोनावायरस के मरीजों की तलाश की जा रही है। नए कैंटोनमेंट जोन में एरोड्रम रोड पर अंबिकापुरी कॉलोनी, गांधीनगर, मोती तबेला, स्नेहलतागंज, उदापुरा, इकबाल कॉलोनी, चंदन नगर की गली नंबर-11, सुखलिया ए-सेक्टर, समाजवाद नगर, मेडिकल कॉलेज गर्ल्स हॉस्टल के अलावा बेटमा में सागौर कुटी रोड पर अल्सिफा मेडिकल स्टोर्स वाली गली को शामिल किया गया है।

शहर में दो और संक्रमितों की मौत, अब तक 7 की जान गई
इंदौर में शनिवार सुबह भी दो कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। इनमें से एक 80 साल की महिला है, जबकि दूसरा 42 साल का व्यक्ति है। दोनों का ही इलाज एमवाय अस्पताल में चल रहा था। इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 7 हो गई। मप्र में यह आंकड़ा 11 हो गया है।

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