रांची । अवैध खनन के मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) 10 से अधिक जगहों पर छापेमारी (raid) कर रही है। रांची और राजस्थान में छापेमारी की जा रही है। केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने झारखंड में भी कई ठिकानों पर छापेमारी की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कई करीबी कारोबारियों के यहां ईडी की बड़ी कार्रवाई हुई है। सोरेन के प्रेस एडवाइजर अभिषेक प्रसाद के यहां भी छापेमारी की गयी।
प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड में अवैध खनन की जांच को लेकर मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार और अन्य लोगों के ठिकानों पर छापे मारे। इस मामले में हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू के आवास पर ED की छापेमारी जारी है। अभिषेक प्रसाद के आवास और साहेबगंज उपायुक्त के आवास समेत 12 ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है।
साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध पत्थर खनन मामले में ईडी की टीम ने बुधवार की सुबह दर्जन भर ठिकानों पर एक साथ छापामारी की। यह ठिकाने राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल में हैं। ED ने हजारीबाग के DSP राजेंद्र दुबे के यहां भी छापा मारा है। साथ ही, झारखंड के साहिबगंज के जिलाधिकारी राम निवास के यहां भी ED की तलाशी चल रही है।
साहिबगंज जिले के अधिकारियों के यहां भी ED की छापेमारी
ईडी ने साहिबगंज जिले के अधिकारियों और एक पूर्व विधायक के परिसरों पर छापे मारे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि धन शोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत केंद्रीय एजेंसी राज्य में लगभग एक दर्जन स्थानों पर छापे मार रही है। सूत्रों ने बताया कि साहिबगंज के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक, पूर्व विधायक पप्पू यादव, जेल विभाग के कुछ अधिकारियों और एक पुलिस कांस्टेबल के परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं।
साहिबगंज के डिप्टी कलेक्टर राम निवास के यहां भी सर्च ऑपरेशन करने टीम पहुंची। साहिबगंज में कार्यरत DSP राजेंद्र दुबे के यहां भी सर्च ऑपरेशन के लिए ईडी की टीम पहुंची है। DSP राजेंद्र दुबे मूल रूप से हजारीबाग के रहने वाले हैं। जांच एजेंसी द्वारा झारखंड के रांची, हजारीबाग, देवघर सहित राजस्थान के जयपुर, पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।
इससे पहले 7 बार ईडी हेमंत सोरेन को समन भेज चुकी है लेकिन एक बार भी वह ईडी के सामने पेश नहीं हुए। दरअसल, झारखंड में भू-माफियाओं ने अवैध तरीके से जमीन के मालिकाना हक में बदलाव किया और पूरी-पूरी जमीन हड़प ली है। ईडी मामले की जांच कर रही है। मामले में अभी तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।