पश्चिमी विक्षोभ के गुरुवार रात तक आगे बढ़ने की संभावना है। इस वजह से शुक्रवार से सर्द हवाओं के चलने के कारण रात के तापमान में गिरावट होने का सिलसिला शुरू हो सकता है। शनिवार तक रात के तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है।
भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर बनी पांच मौसम प्रणालियों के प्रभाव से दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। इस वजह से कड़ाके की ठंड से फिलहाल राहत मिल गई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ जाने के कारण शुक्रवार से एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट होने का सिलसिला शुरू हो सकता है।
उधर, बुधवार को प्रदेश में रात का सबसे कम 8.8 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा 7.6 डिग्री सेल्सियस पर रहा।
सबसे कम 800 मीटर दृश्यता भोपाल एवं खजुराहो एयरपोर्ट पर रही। दिन का सबसे अधिक 31.2 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में रिकार्ड हुआ।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में नया पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे लगे पाकिस्तान पर द्रोणिका के रूप में बना हुआ है।
दूसरा पश्चिमी विक्षोभ पंजाब में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में एक प्रेरित चक्रवात मौजूद है।
दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
इसके अतिरिक्त उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम (12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर पश्चिम से पूर्व की तरफ 268 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाओं का चलना) बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से तापमान बढ़ने लगा है।