दमोह :स्वदेशी मेले का हुआ आगाज परिसर में विराजे राम लला बने आमजन की आस्था और आकर्षण का केंद्र

दमोह में स्वदेशी मेले का हुआ आगाज परिसर में विराजे राम लला बने आमजन की आस्था और आकर्षण का केंद्र

राज्य मंत्री और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन कर 11 दिवसीय मेला हुआ प्रारंभ

कत्थक नृत्य की प्रस्तुति ने बांधा समां

दमोह। नगर के तहसील मैदान में स्वर्णिम भारत फाउंडेशन द्वारा 14 नवंबर से 24 नवंबर तक आयोजित किया जा रहे 11 दिवसीय स्वदेशी मेले का गुरुवार को भव्य शुभारंभ हुआ। स्वदेशी और स्वावलंबी भारत की कल्पना को जन-जन तक ले जाने और उसे उसके माध्यम से देश को स्वावलंबी और रोजगार का सृजनकर्ता बनाने की मंशा को लेकर आयोजित किये जा रहे इस मेले के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के पशुपालन और डेयरी राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार लखन पटेल, विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय सह-समन्वयक स्वावलंबी भारत अभियान जितेन्द्र गुप्त जी ,विधायक, दमोह जयंत कुमार मलैया , अध्यक्ष राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया और राष्ट्रीय सह समन्वयक, स्वदेशी जागरण मंच सतीश कुमार जी
की उपस्थिति में मां सरस्वती भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण कर किया गया। और इसके बाद मंच यह कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई।

परिसर में विराजे अयोध्या के राम लला

मेला परिसर में आम जन के लिए स्वदेशी अवधारणा से जोड़ने के लिए आयोजन समिति के द्वारा कई नई चीजों को लाया गया है जिसमें पहली बार स्वदेशी ग्राम की परिकल्पना लोगों को देखने मिलेगी। इस ग्राम के माध्यम से भारतीय ग्रामीण परिवेश और जनजीवन को लोगों के समक्ष उतारा गया है जिसे मेले में आने वाले आमजनों द्वारा पसंद किया जा रहा है। इसके अलावा मेला परिसर में बनाया गया प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर और उसमें विराजी अयोध्या के रामलला की प्रतिकृति मेले में दर्शनीय है। शुभारंभ के पूर्व आयोजन समिति द्वार विधि विधान से रामलला का पूजन अर्चन और आरती की गई। इसके अलावा मेले में स्वदेशी उत्पादों, खानपान से जुड़े स्टॉल और मनोरंजन के साधन भी दर्शनीय है।

कत्थक नृत्य ने बांधा शमा
मंचीय कार्यक्रमों की संख्या में मेला के प्रथम दिवस नादयोग गुरुकुल इंदौर की डॉ. रागिनी मक्कड़ और उनकी टीम के द्वारा कथक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। जिसे लोगों द्वारा अत्यधिक पसंद किया गया।

प्रांतीय अधिकारियों ने दिए निर्देश

कार्यक्रम के शुभारंभ के पूर्व स्वदेशी जागरण मंच और स्वदेशी भारत फाउंडेशन के राष्ट्रीय पदाधिकारी द्वारा मेला आयोजन समिति के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा करते हुए उन्हें आयोजन के लिए शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए यह स्पष्ट किया कि मेले का उद्देश्य भारतवासियों को स्वदेशी उत्पादों के प्रति जागरूकता स्वदेशी बाजार को बढ़ावा देने और हमारे ग्रामीण उद्योगों को आगे ले जाने के लिए है। राष्ट्रीय सह समन्वयक, स्वदेशी जागरण मंच सतीश कुमार जी
ने कहा कि पूर्व में आयोजित मेले की तरह इस मेले के माध्यम से भी यह प्रयास किया जाए की मेले के बाद स्थानीय और ग्रामीणों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसरों का सृजन हो सके।

आज होगी विभिन्न प्रस्तुतियां
मेला आयोजन के द्वितीय दिवस आज शुक्रवार को शालिनी खरे द्वारा कत्थक की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके अलावा स्थानीय कलाकारों द्वारा अपनी प्रस्तुतियां दी जाएंगी। दोपहर को रंगोली सजाओ, बांस टोकरी सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।

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