लोकायुक्त EOW जांच और करप्शन पर एक्शन के सवालों पर मंत्रियों के जवाब, जानकारी एकत्र की जा रही

 

विधानसभा के अंतिम सत्र में ईओडब्ल्यू व लोकायुक्त में अभियोजन के लिए पेंडिंग सवालों समेत करप्शन और जांच संबंधित मामलों पर कार्यवाही के जवाब में राज्य सरकार के मंत्रियों ने पहले की तरह अधिकांश मामलों में रटा रटाया जवाब दिया है कि क से च तक जानकारी एकत्र की जा रही है। विधायकों के सवालों के जवाब में जानकारी जुटाने के कई मामले तो 2016-17 की अवधि के भी हैं।

विधायक मेवाराम जाटव ने विधानसभा के माध्यम से सवाल किया था कि प्रदेश के विभागों, निगम मंडलों में वर्ष 2022 की स्थिति में बैकलाग के कितने पद रिक्त थे जिसमें कितने भर दिए गए। 15 जून 2023 तक की स्थिति में जानकारी दी जाए। इसका जवाब मिला है क से ग तक जानकारी एकत्र की जा रही है। इसी तरह नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह ने लोकायुक्त कार्यालय भोपाल में एक जनवरी 21 से 15 जून 2023 तक की अवधि में किस-किस संबंध में किस किसके द्वारा दस्तावेज और शपथ पत्र के आधार पर शिकायत की गई और इसमें से कितने मामलों में प्रकरण जांच में और विवेचना में हैं? कितने नस्तीबद्ध हुए हैं और कितने मामले अभियोजन के लिए पेंडिंग हैं? इसके जवाब में भी कहा गया है कि क से च तक जानकारी जुटाई जा रही है।
विधायक सज्जन वर्मा के सवाल जिसमें राज्य में 31 मार्च की स्थिति में राज्य पर कुल कर्ज और 1 अप्रेल से जून 2023 तक लिए गए कर्ज की जानकारी मांगी गई थी और कर्ज को लेकर श्वेतपत्र लाने की बात पूछी गई थी। इसके जवाब में कहा गया है कि क से घ तक जानकारी एकत्र की जा रही है। विधायक अनिल जैन द्वारा जनसंपर्क निधि से दो लाख रुपए दिए जाने के सवाल के जवाब में भी जानकारी एकत्र करने की बात कही गई है। विधायक अजब सिंह कुशवाह ने सिरोल जिला ग्वालियर में 2017-18 और 2019-20 में कालोनाइजर द्वारा अवैध कालोनी काटने और स्टांप शुल्क चोरी करने के मामले में सवाल किया था जिसके जवाब में भी कहा गया कि प्रश्न क्रमांक क से ग तक जानकारी एकत्र की जा रही है।

विधायक उमंग संघार द्वारा प्रदेश में विकास यात्राएं निकालने के दौरान आए खर्च को लेकर जिलेवार जानकारी मांगी थी और खर्च के वाउचर के बारे में पूछा था जिस पर यही जवाब है कि जानकारी एकत्र की जा रही है। विधायक नीलांशु चतुर्वेदी ने शिवपुरी जिले के वन मंडल अधिकारी एल्विन वर्मन के मामले में वर्ष 2019 में दर्ज लोकायुक्त पुलिस इंदौर में दर्ज प्रकरण को लेकर सवाल किया था जिसके जवाब में यही बताया गया कि क से ग तक जानकारी एकत्र की जा रही है।

विधायक डॉ अशोक मर्सकोले द्वारा आईएएस, आईएफएस, आईपीएस अधिकारियों को पदस्थापना के दौरान दिए जाने वाले अर्दली भत्ता के संबंध में पूर्व में जारी आदेश को लेकर सवाल किया गया है। इसको लेकर वित्त विभाग द्वारा जारी निर्देश के बारे में भी पूछा गया है जिसका यही उत्तर है कि क से ग तक जानकारी एकत्र की जा रही है। विधायक हर्ष विजय गहलोत द्वारा जल जीवन मिशन में गड़बड़ी पर ठेकेदारों के विरुद्ध की गई कार्यवाही के मामले में भी यही जवाब मंत्री ने दिया है।

विधायक राहुल सिंह लोधी द्वारा टीकमगढ़ जिले में मुख्यमंत्री राहत कोष से इलाज के लिए दी गई आर्थिक सहायता को लेकर जानकारी मांगी गई थी जिस पर क से ग तक जानकारी एकत्र की जा रही है। विधायक सचिन यादव द्वारा शासकीय विभागों में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी के स्वीकृत पद और इसके लिए आयोजित भर्ती परीक्षाओं, चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जानकारी विधानसभा के माध्यम से मांगी गई थी, इसके जवाब में भी यही कहा गया है कि क से घ तक जानकारी एकत्र की जा रही है। विधायक प्रताप ग्रेवाल ने मंदसौर गोलीकांड और आरिफ अकील ने अक्टूबर 2016 से अक्टूबर 2017 के बीच गठित जांच आयोगों और उनकी जांच रिपोर्ट की जानकारी चाही जिसका जवाब यही है कि जानकारी एकत्र की जा रही है।

क्या है क से घ तक जानकारी

विधायकों द्वारा किए जाने वाले सवालों में मूल प्रश्न के साथ प्रतिप्रश्न भी किए जाते हैं। विधानसभा की प्रश्नोत्तरी में इसे क, ख, ग, घ या अन्य अक्षर से नया स्वरूप दिया जाता है। इस तरह मूल प्रश्न के साथ पूरक प्रश्न के जवाब विधानसभा में विभागीय मंत्रियों को देना होते हैं।

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