भोपाल मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल छाए हुए हैं। साथ ही गरज–चमक के साथ वर्षा भी हो रही है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पचमढ़ी में पांच, उज्जैन में पांच, खरगोन में 4.5, खंडवा में 4.3, इंदौर में 2.8, बैतूल में 2.2, भोपाल में दो, सिवनी में 1.2, मलाजखंड में 0.4, ग्वालियर में 0.2, सागर में 0.2, रायसेन में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। दतिया, जबलपुर, छिंदवाड़ा, गुना, राजगढ़, मंडला एवं नर्मदापुरम में बूंदाबांदी हुई।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शुक्रवार-शनिवार को मध्य प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज–चमक के साथ वर्षा होगी। राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह के समय नर्मदापुरम रोड, जगदीशपुर, कोलार रोड, अवधपुरी आदि क्षेत्रों में हल्की वर्षा हुई। दोपहर तीन बजे के बाद एक बार फिर बारिश शुरू हो गई। इस दौरान शहर के कुछ इलाकों में ओले भी गिरे। इसी तरह राजगढ़ जिले में दोपहर के बाद बौछारें पड़ने के साथ ओलावृष्टि भी ह0इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में पाकिस्तान के मध्य, उत्तर एवं दक्षिण में हवा के ऊपरी भाग में अलग-अलग तीन चक्रवात बने हुए हैं। महाराष्ट्र से लेकर मालदीव तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। उधर हवा का रुख पश्चिमी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल बने हुए हैं और हल्की वर्षा भी हो रही है। शुक्रवार–शनिवार को भी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, नर्मदापुरम, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी तीन–चार दिन तक बना रह सकता है।