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*जिले में लगभग 400 डॉक्टर्स एवं नर्सों को बच्चों के इलाज के लिये किया गया प्रशिक्षित*
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*कलेक्टर मनीष सिंह ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया*
इंदौर 20 जुलाई, 2021,
इंदौर जिले में आशंकित तीसरी लहर को देखते हुये बच्चों के इलाज एवं उनकी देखरेख के लिये एहतियात के रूप में व्यापक प्रबंध किये जा रहे है। जिले में बच्चों के इलाज के लिये प्रायवेट तथा शासकीय अस्पतालों के डॉक्टर्स और नर्सों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिले में अभी तक शासकीय और अशासकीय चिकित्सालयों के लगभग 400 डॉक्टर्स और नर्सों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। प्रशिक्षण का सिलसिला लगातार जारी है।
इसी सिलसिले में आज चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में एमटीएच चिकित्सालय की नर्सों को प्रशिक्षित करने के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में कलेक्टर मनीष सिंह तथा चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय के अधीक्षक और एमजीएम मेडिकल कॉलेज के शिशुरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. हेमंत जैन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस. सैत्या भी मौजूद थे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कलेक्टर मनीष सिंह ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रही एमटीएच चिकित्सालय की नर्सों से कहा कि उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर में अथक परिश्रम और लगन से कार्य किया है। इसी तरह का कार्य आशंकित तीसरी लहर के लिये भी करें। आशंका व्यक्त की जा रही है कि तीसरी लहर में बच्चे अधिक प्रभावित होंगे, इसको देखते हुये चुनौती और अधिक बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर में बच्चों और गर्भवत्ती महिलाओं के प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर डॉक्टर्स और नर्सों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के लिये एक विस्तृत मॉड्यूल बनाया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉक्टर्स के संगठन फॉग्सी से कहा गया है कि वे अपने डॉक्टर्स को प्रशिक्षित करने के लिये कार्यक्रम आयोजित करें।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी और चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. हेमंत जैन ने बताया कि तीसरी लहर को देखते हुये चिकित्सकों और नर्सों को निर्धारित मॉड्यूल के अनुसार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में बच्चों के उपचार के लिये बनाये गये प्रोटोकॉल, आदि की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि 24 जुलाई को इंदौर जिले के आयुष चिकित्सकों के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिले के ऐसे बड़े अस्पताल जिनके यहां बड़ी संख्या में डॉक्टर्स और नर्सेस है, उन अस्पतालों के चिन्हित डॉक्टर्स को मास्टर ट्रेनर्स के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है। यह मास्टर ट्रेनर्स अपने चिकित्सालय के अन्य डॉक्टर्स और नर्सों को प्रशिक्षित करेंगे। शासकीय चिकित्सालयों के डॉक्टर्स और नर्सों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। प्रशिक्षण कार्यक्रम इस माह के अंत तक विभिन्न चरणों में चलेंगे।