नई
दिल्ली, 28 अप्रैल । रूस ने कोरोना से संक्रमित
लोगों की संख्या में चीन को पीछे कर दिया है। यहां पर अब संक्रमितों का आंकड़ा 87,000 से अधिक हो गया है। इसके साथ ही रूस की सरकार पर इस बात का दबाव बढ़ गया है कि वह प्रतिबंधों में ढील देने के बारे में
विचार करे और व्यापार को शुरू करने की अनुमति दे जिससे लड़खड़ाई हुई अर्थव्यवस्था
को फिर से सामान्य किया जा सके।
कोरोना के कारण राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने मार्च के अंत से सार्वजनिक स्थानों को बंद
करने की घोषणा की थी और जो लॉकडाउन है वह 30 अप्रैल को खत्म होने वाला है और इसे
बढ़ाए जाने को लेकर पुतिन ने अभी तक अपनी योजना के बारे में कुछ नहीं कहा है।
लोगों के हितों की सुरक्षा करने वाली संस्था रोस्पोत्रेबनादज़ोर की अध्यक्ष अन्ना पोपोवा
ने कहा है कि उनके अनुसार प्रतिबंधों को 12 मई तक बरकरार रहना चाहिए।
इससे पहले प्रधानमंत्री मिखैल मिशुशिन ने अपने मंत्रियों को कहा कि वह ढील देने के बारे
में अपनी राय गुरुवार तक साझा करें। कई फर्मों ने चेतावनी दी है कि अगर लॉकडाउन
जारी रहा तो वह दिवालिया हो जाएंगे और कर्मचारियों को निकालना पड़ेगा।
उन्होंने ऑनलाइन बैठक में कहा कि जैसे ही स्थिति सामान्य होने लगेगी हमें एक-एक करके लगाए
गए प्रतिबंधों को खत्म करना होगा।
सोमवार को कोरोना संक्रमण के 6,198 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इससे कुल संक्रमितों की संख्या 87,147 हो गई है और 794 लोगों की मौत हो चुकी है। वैश्विक स्तर पर 30 लाख से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हैं और 2
लाख से अधिक लोगों की मौत हो गई है।