कोरोना वायरस का संक्रमण हर दिन के साथ दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहा है। भारत में भी 450 से ज्यादा लोगों को यह खतरनाक वायरस अपनी जद में ले चुका है। यह घातक वायरस संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों को भी अपनी चपेट में ले लेता है। फिलहाल कोरोना वायरस Covid19 का कोई वैक्सीन नहीं बन सका है, इस वजह से इसका खतरा और भी ज्यादा बना हुआ है। इस बीच इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च द्वारा Covid19 के लिए बनाई गई नेशनल टास्क फोर्स द्वारा फैसला लिया गया है कि कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों और हाई रिस्क केस होने पर मलेरिया के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन (hydroxychloroquine) दी जाएगी।
कोरोना मरीजों के इलाज के साथ ही संदिग्ध लोगों को इलाज के लिए जारी की गई गाइडलाइंस के साथ ही यह दवा भी दी जाएगी। बता दें की अब तक कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में 14 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। चीन में सबसे पहले इस जानलेवा वायरस का मामला सामने आया था, इसके बाद देखते ही देखते दुनियाभर में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल गया है।