विधायक संजय पाठक ने कहा
काँग्रेस मेरी जान के पीछे पड़ी है जब मैं एयरपोर्ट से लौट रहा था तब कुछ संदिग्ध कारें जिसमें कई पुलिस वाले सादी वर्दी में मेरा पीछा कर रहे थे। मेरे चालक की समझदारी से मैं वहाँ से निकल गया।उसके बाद करीब 60 लोगों ने मेरे घर को घेरा
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के खिलाफ बोलने वाले करीब 30 विधायकों ने पत्र लिखकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से सुरक्षा मांग है। भाजपा विधायक संजय पाठक और विश्वास सारंग ने खुद को जान का खतरा बताया था। इस दौरान कांग्रेस सरकार ने सभी भाजपा नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली थी। उधर मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि मंत्रिमंडल का विस्तार बजट सत्र के बाद किया जाएगा। उधर मध्य प्रदेश में सियासी घमासान के बीच शनिवार सुबह उमरिया जिले के बांधवगढ़ स्थित भाजपा विधायक संजय पाठक के रिसोर्ट पर जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चलाया। इस दौरान यहां कलेक्टर स्वरुचि सोमवंशी वहां खुद मौजूद रहीं। लगभग 2 एकड़ एरिया में अतिक्रमण की जानकारी सामने आ रही है। इसके पहले सरकार ने विधायक पाठक की जबलपुर के पास सिहोरा की खदान बंद करवाई थी। इसके बाद आरोप लग रहा है कि ये बदले की कार्रवाई की जा रही है। उधर निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा आज भोपाल पहुंचेंगे और सीएम कमलनाथ के साथ मुलाकात करेंगे। शेरा चार दिन से परिवार के साथ बेंगलुरु में थे। इसके पहले उन्होंने बयान दिया था कि वे कमलनाथ सरकार के साथ खड़े हैं। मध्य प्रदेश में पांच दिनों से चला आ रहा शह-मात का खेल जारी है। प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के लिए भोपाल से लेकर दिल्ली तक सियासत गर्म है। कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे पर अड़े रहने से सियासी संकट और भी गहरा गया है। इस सियासी तूफान के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अगले दो दिनों के अपने सारे कार्यक्रम कैंसिल कर दिए हैं। संकट से निपटने के लिए कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह प्रबंधन में जुटे हैं। इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया की चुप्पी रहस्यमय बनी हुई है। उधर, शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में भी सरकार को लेकर तनाव दिखा। मंत्रियों के सुझाव पर चर्चा बाद में करने की बात कहकर मामला टाल दिया गया। उधर भाजपा के बड़े नेताओं की दिल्ली में बैठक हुई। इस बीच गायब विधायक अभी तक नहीं लौटे हैं।