सरकार को स्‍विस बैंक से भारतीय खाताधारकों की दूसरी सूची मिली

-स्विस अधिकारियों ने 100 से ज्‍यादा खाताधारकों की जानकारी दी

नई दिल्‍ली,  09 अक्‍टूबर  । काले धन के खिलाफ लड़ाई में सरकार को बड़ी सफलता मिली है। भारत और स्विट्जरलैंड के बीच कालेधन की सूचना संधि के स्वत: आदान-प्रदान की नई व्यवस्था के तहत स्विट्जरलैंड सरकार ने भारतीयों के स्विस बैंक खातों की दूसरी सूची भारत सरकार को उपलब्‍ध कराई है। इसकी जानकारी अधिकारियों ने शुक्रवार को दी।

स्विट्जरलैंड सरकार ने कहा कि 86 देशों के साथ 31 लाख वित्तीय खातों के बारे में जानकारी साझा की गई है। भारत उन 86 देशों में शामिल है, जिनके साथ में स्विट्जरलैंड के संघीय कर प्रशासन (एफटीए) ने इस साल सूचना का स्वचालित विनिमय (एईओआई) पर वैश्विक मानकों के ढांचे के भीतर वित्तीय खातों के बारे  में जानकारी का आदान-प्रदान किया है।

गौरतलब है कि इससे पूर्व स्विट्जरलैंड सरकार ने सितंबर 2019 में भारत समेत 75 देशों के साथ जानकारी साझा की थी। दरअसल काले धन से लड़ने की दिशा में एक बड़े कदम के तौर पर भारत को स्विस बैंक में उसके नागरिकों की खातों की जानकारी दी थी।

सौ से ज्‍यादा भारतीय और संस्थाओं के बारे में जानकारी
अधिकारियों ने कहा कि इस वर्ष 86 देशों के साथ स्विट्जरलैंड सरकार की ओर  से तीन मिलियन से ज्‍यादा वित्तीय खातों के बारे में जानकारी के समग्र आदान-प्रदान में एक बड़ी संख्या’ भारतीय नागरिकों और संस्थाओं से संबंधित है। साथ  ही अधिकारियों ने कहा कि स्विस अधिकारियों ने पिछले एक वर्ष के दौरान में 100 से ज्‍यादा भारतीय नागरिकों और संस्थाओं के बारे में जानकारी साझा की  है।

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