नई दिल्ली, 11 अगस्त । देश के दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) 10 स्थानों की छलांग लगाकर ‘फॉर्च्यून ग्लोबल 500’ सूची की शीर्ष 100 कंपनियों में शामिल हो गई है। फॉर्च्यून पत्रिका ने मंगलवार को ये ताजा सूची जारी की है।
फॉर्च्यून की 2020 की इस वैश्विक कंपनियों की सूची में तेल, पेट्रोरसायन, खुदरा और दूरसंचार जैसे क्षेत्र में काम करने वाली आरआाईएल को 96वां स्थान मिला है। गौरतलब है कि फॉर्च्यून की शीर्ष 100 की सूची में शामिल होने वाली रिलायंस इकलौती भारतीय कंपनी है। इससे पहले रिलायंस इस सूची में 2012 में 99वें स्थान पर रही थी, लेकिन बाद के वर्षों में फिसलते हुए 2016 में 215वें स्थान पर पहुंच गई थी। हालांकि, उसके बाद रिलायंस की रैंकिंग में निरंतर सुधार हुआ है।
इसके साथ ही फॉर्च्यून ग्लोबल 500’ में 34 अंक फिसलकर सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन 151वें स्थान पर रही, जबकि तेल एवं प्राकृतिक गैर निगम (ओएनजीसी) की रैंकिंग पिछले साल के मुकाबले 30 स्थान खिसकर 190वीं रही। वहीं, देश के सबसे बड़े बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रैकिंग में 15 अंक का सुधार हुआ और ये 221वें स्थान पर रहा। इस सूची में शामिल होने वाली अन्य भारतीय कंपनियों में भारत पेट्रोलियम 309वीं, टाटा मोटर्स 337वीं और राजेश एक्पोर्ट्स 462वीं रैंक पर रहीं।
उल्लेखनीय है कि ‘फॉर्च्यून ग्लोबल 500’ में कंपनियों को उनके पिछले वित्त वर्ष की कुल आय के आधार पर शामिल किया जाता है। भारत की स्थिति में कंपनियों को 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष के परिणामों के आधार पर इस सूची में शामिल किया गया है। वहीं, ‘फॉर्च्यून ग्लोबल 500’ में इस साल शीर्ष पर वालमार्ट रही। इसके बाद 3 चीनी कंपनियों साइनोपेक समूह, स्टेट ग्रिड और चाइना नेशनल पेट्रोलियम का स्थान रहा।
इसके अलावा इस सूची में 5वें स्थान पर रॉयल डच शेल और 6ठे पर सऊदी अरब की प्रमुख तेल कंपनी अरामको रही। वहीं, सूची में वालमार्ट, साइनोपेक और चाइना नेशनल पेट्रोलियम के स्थान में कोई बदलाव नहीं हुआ, जबकि स्टेट ग्रिड ने दो स्थान की बढ़त हासिल की और शेल दो स्थान नीचे खिसक गई।