नई दिल्ली, 08 मई। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की वृद्धि दर शून्य फीसदी रहने का अनुमान जताया है। मूडीज ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ जीरो पर ठहर सकती है, लेकिन, 2022 में भारत में वृद्धि दर की तेजी से वापसी होगी। हालांकि, मूडीज ने भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ी उम्मीद जताते हुए ये भी कहा कि साल 2022 में अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ेगी और जीडीपी की ग्रोथ 6.6 फीसदी तक रह सकती है।
मूडीज ने शुक्रवार को जारी अपने क्रेडिट ओपिनियन में कहा कि कोरोना-19 की वजह से भारत की क्रेडिट प्रोफाइल को भारी दबाव का सामना करना पड़ेगा। इस वहज से भारती अर्थव्यवस्था के कमजोर पड़ने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ गई है, जिसको देखते हुए मूडीज ने भारत को नकारात्मक दृष्टिकोण के साथ बीएए2 रेटिंग दी है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि भारत को कोविड-19 की महामारी और लॉकडाउन की वजह से इतनी बड़ी गिरावट झेलनी पड़ेगी। गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पूर्व मूडीज ने कैलेंडर वर्ष 2020 के लिए भारत के विकास दर अनुमान को घटाकर 0.2 फीसदी कर दिया था, जबकि मार्च में एजेंसी ने इसे 2.5 फीसदी तक रहने की उम्मीद जताई थी। हालांकि, मूडीज को ये भी उम्मीद थी कि 2021 में देश की वृद्धि दर 6.2 फीसदी रह सकती है।
उल्लेखनीय है कि यदि ऐसा होता है तो भारत को मंदी के संकट से निकलने में बड़ी मदद मिलेगी। मूडीज ने राजकोषीय घाटे को भी 5.5 फीसदी तक रहने का अनुमान जताया है। इससे पहले बजट में भारत के वित्त मंत्री ने 3.5 फीसदी के घाटे की बात कही थी। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक सहित कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने कोविड-19 महामारी से उपजे संकट को लेकर भारत के विकास के पूर्वानुमान में कटौती की है।