हमीदिया में ब्लैक फंगस के 5 मरीजों की एक ही दिन में मौत, प्रदेश में 13

 

 

  • 29 जिलों में फैल चुका, 841 मरीज भर्ती, जान बचाने वाले इंजेक्शन का टोटा
  • भोपाल के 10 अस्पतालों ने 2183 इंजेक्शन मांगे, हमीदिया को 375 मिले

ब्लैक फंगस यानी म्युकरमायकोसिस का संक्रमण प्रदेश के 29 जिलों में फैल गया है। इसके 841 मरीज इलाज करा रहे हैं। इनमें 290 मरीज भोपाल में भर्ती हैं। 13 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में अब तक 42 मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें 13 रविवार को हुईं। इनमें भी 5 मरीजों की मौत हमीदिया अस्पताल में हुई। दो मरीज ऐसे थे, जिन्हें कोविड संक्रमण के साथ ही म्युकरमायकोसिस भी हुआ था।

शहर में ब्लैक फंगस से अब तक 19 लोगों की जान जा चुकी है। ग्वालियर में 3 मौतें हुईं। फिर भी इससे बचाने वाले इंजेक्शन एंफोटेरेसिन-बी की कमी बनी हुई है। भोपाल के 10 अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग से 2183 इंजेक्शन मांगे थे, लेकिन हमीदिया को 375 मिले। फिलहाल विभाग ने एंफोटेरेसिन बी की कमी पूरी करने के लिए पोसाकोनाजोल दवा की 12 हजार टैबलेट मंगा ली हैं।

ब्लैक फंगस की सर्जरी के बाद भी एक मरीज की मौत
स्वास्थ्य संचालनालय की आईडीएसपी शाखा की रिपोर्ट के मुताबिक इंदौर, जबलपुर में 101 तो उज्जैन में 62 और ग्वालियर में 37 मरीज भर्ती हैं। हमीदिया में बीते 24 घंटे में जिन 5 मरीजों की मौत हुई, उनमें से तीन कोरोना को हराने के बाद ब्लैक फंगस से संक्रमित हुए। इनमें भी एक मरीज ब्लैक फंगस की सर्जरी के बाद पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में भर्ती था।

सबसे ज्यादा 1500 इंजेक्शन एम्स ने मांगे, यहां 35 मरीज।

जबलपुर में 114 मरीजों के लिए 594 इंजेक्शन मांगे, मिले 107

एनएचएम को भेजी गई रिपोर्ट के मुताबिक भोपाल के 10 अस्पतालों में भर्ती 218 मरीजों के लिए 2183 इंजेक्शन मांगे गए, लेकिन उन्हें सिर्फ 383 इंजेक्शन दिए। इनमें आठ इंजेक्शन बंसल अस्पताल को दे दिए गए। वहीं जबलपुर के अस्पतालों में भर्ती 112 मरीजों के लिए 594 इंजेक्शन प्रशासन से मांगे गए थे। लेकिन, यहां प्रशासन 107 इंजेक्शन ही अस्पतालों को दे सका।

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