महँगाई पर करे वार, नेनुआ भाजी का चमत्कार:
भोजन के रूप में प्रत्येक सामग्री का विकल्प है, लेकिन शाक भाजियो का कोई विकल्प नही है। आइये जानते हैं क्यो?
वैसे तो सभी प्रकार की साग भजियाँ अपने आप मे खास हैं, लेकिन जब ये फ्री- फोकट में मिलें तो इनका स्वाद कई गुना बढ़ जाता है, है कि नही ?
वैसे भी हम भारतीय पैसे बचाने के लिए न जाने कौन कौन से जुगाड़ लगाने के लिए मशहूर हैं। फ्री में भोजन का जुगाड़ तो हमारा पुश्तैनी शौक रहा है। तभी तो खेत, खलिहान, मैदानों से न जाने क्या क्या चुन लाते हैं और उसे स्वादिष्ट व्यंजन में बदल देते हैं। आखिर हमारे बुजुर्गों को क्या खास लगा होगा इन घास पूस टाइप की चीजों में, कभी समझने का प्रयास किया है, आपने? आखिर भला क्यों वे अपनी आने वाली पीढ़ी को घास पूस खिलाने पर उतारू थे। जबाब मिलेगा यहीं…! बने रहियेगा। हाँ और एक खास बात सुन लें, इन्हें घास -पूस समझने की भूल कतई न करें।
चलिए आज परिचय कराता हूँ ऐसी ही एक मुफ्त में मिलने वाली भाजी से, जिसे आप पार्क, खेत की मेड, बगीचे की खाली पड़ी भूमि आदि में कही पर भी देख सकते हैं। यह है नेनुआ यानि कुलफा की भाजी। ध्यान से देखेंगे तो अपने आसपास ही मिल जायेगी।
यह एक #xerophytic (#मरुस्थलीय), #succulent (#मांसल) पौधा है। इसके पौधे साधारणतः घरो के आसपास या खेतो में खरपतवार की तरह उगते हुए आशानी से मिल जाते है। सामान्य बोलचाल की भाषा मे हम इसे #नोनिया की भाजी कहते हैं। कहीं कहीं इसे कुलफा या घोल की भाजी भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Portulaca oleracea है। सुंदरता के लिए लगाया जाने वाला Portulaca इसी का भाई है, लेकिन वह अलग है। हालाकि, एक ही जीनस के होने के कारण दोनो एक जैसे दिखाई देते हैं। स्वाद की बात करें तो बनाने के वाद नोनिया की भाजी स्वाद में खट्टी और थोड़ी लसलसी होती है। गर्मियों के हिसाब से यह बहुत ही फायदेमंद साग है।
इसके पौधे में #विटामिन A, B-complex, C, E, इसके अलावा #प्रोटीन, #कार्बोहायड्रेट, कई सारे वृहद और सूक्ष्म पोषक तत्व जैसे Ca, Mg, Mn, Fe, K, Na आदि वो सब कुछ पाया जाता है जो की एक संतुलित आहार (#balance_diet) में होना चाहिए। आप भी इसे अपने आहार में शामिल करें। दिसम्बर में गेंहू, चने की बौनी के साथ यह खेतो में उग आता है और फरवरी मार्च में इसके पौधे बहुत ही तेजी से ग्रोथ करते है। हल्की नमी वाली जगहों में यह अप्रैल से जून तक भी अच्छी तरह फलता फूलता है। फ्री में मिल जाने जाने वाला ये पौधा अनगिनत फायदों वाला है। अगर आपको यह भाजी अपने आसपास नही मिलती है तो परेशान न हों, अन्य विकल्प भी हैं। मुफ्त में जो मिले उसे बटोर लें। इसीलिये नही की मुफ्त है, बल्कि इसीलिये की इन पर न दो रासायनिक उर्वरक डाला गया है और न ही कीटनाशक। आखिरी में गुरूदेव दीपक आचार्य जी की एक सीख के साथ पोस्ट समाप्त कर रहा हूँ कि वे साग- सब्जियाँ जो कीट पतंगे खा सकते हैं, वह इंसानों के लिये भी सुरक्षित है। इन साग भाजियों ओर तो तितलियों का जीवन चक्र ही चलता है। इसी कारण सावन में शाक भजियाँ निषेध होती हैं।
धन्यवाद। 🙏
डॉ. विकास शर्मा
वनस्पति शास्त्र विभाग
सामान्य नाम- #नोनिया #भाजी/ #घोल / #कुलफा
अंग्रेजी नाम- Common #parslane
वानस्पतिक नाम- #Portulaca_oleracea
फॅमिली- #Portulacaceae