*मप्र विधानसभा चुनाव : बीजेपी की 39 उम्मीदवारो की दुसरी सूची में 7 सांसद जिनमें 3 केंद्रीय मंत्री भी शामिल.*
*’हार को सामने देखकर रावण ने सबको उतार दिया था, बस यही दूसरी लिस्ट में हुआ है.’ : कांग्रेस*
भोपाल : मप्र विधानसभा चुनाव के लिए 39 उम्मीदवारों की दुसरी सूची भी सोमवार को बीजेपी ने जारी कर दी है। सोमवार को ही पीएम मोदी ने भोपाल में आयोजित विशाल जनसभा में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. बीजेपी ने 7 सांसदों को जिनमें कि तीन केंद्रीय मंत्री भी हैं और पार्टी के एक राष्ट्रीय महासचिव को तक मैदान में उतारा है. इस दूसरी लिस्ट में 7 कद्दावर उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्हें राष्ट्रीय राजनीति से सीधे अब बीजेपी ने विधानसभा में लड़ने के लिए भेज दिया है.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर हैं, जिन्हें दिमनी से टिकट दिया गया है. केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल हैं, जिन्हें नरसिंहपुर से टिकट मिला है. राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते हैं, इन्हें निवास से उम्मीदवार बनाया गया है. इसके अलावा जबलपुर के सांसद राकेश सिंह को जबलपुर पश्चिम से विधायकी का टिकट, सीधी की सांसद रीति पाठक को सीधी से उम्मीदवार बनाया गया है. सतना के सांसद गणेश सिंह, होशंगाबाद के सांसद उदय प्रताप सिंह को भी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उतार दिया है. खबर है कि इनमें से प्रहलाद पटेल को छोड़कर बाकी सभी बड़े नेताओं को हारी हुई सीटों से मैदान में उतारा गया है.
वही बीजेपी से राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी इंदौर-1 से उम्मीदवार बनाया गया हैं.
बता दें कि पहले भी बीजेपी ने बंगाल और त्रिपुरा में केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाने का प्रयोग किया था. बंगाल में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, सांसद लॉकेट चटर्जी, सांसद निशित प्रामाणिक, सांसद जगन्नाथ सरकार, राज्यसभा सांसद स्वप्न दास गुप्ता को विधानसभा चुनाव लड़वाया था. त्रिपुरा में केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा था.
प्राप्त खबरों के अनुसार इस दुसरी सूची के आने के बाद सामने आने के बाद एमपी कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ विवादित ट्वीट किया. मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, ‘हार को सामने देख कर रावण ने कुंभकर्ण, अहिरावण, मेघनाद सबको उतार दिया था…बस यही दूसरी लिस्ट में हुआ है.’
विदित हो कि विधानसभा चुनाव से पहले, भाजपा ‘अबकी बार 150 पार’ (150 से अधिक सीटों पर जीत) का नारा लेकर आई है.
एमपी में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं और अभी तक 78 सीटों पर बीजेपी ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है. जबकि कांग्रेस ने एक भी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, फिलहाल कांग्रेस भाजपा सरकार की “विफलताओं” पर निशाना साधने के लिए ‘जन आक्रोश यात्रा’ कर रही है. 2018 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा सत्ता में नहीं आ सकी थी, क्योंकि कांग्रेस ने 230 में से 114 सीटें जीत लीं, जबकि बीजेपी 109 पर सिमट गई थी. बाद के घटनाक्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत से बीजेपी की सरकार फिर से बन गई हैं और आज कांग्रेस विपक्ष में बैठी हुई है.