‘पानी रोकना जंग को बुलावा देने जैसा…’,
भारत के सख्त एक्शन से बिलबिलाया
पाकिस्तान, NSC बैठक के बाद आया बयान
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने आज एक अहम सुरक्षा बैठक बुलाई है. ये बैठक इस्लामाबाद में शहबाज़ शरीफ की अध्यक्षता में हुई. इस हाईलेवल मीटिंग में पाकिस्तान के तीनों सेनाध्यक्ष, महत्वपूर्ण मंत्री, शीर्ष सिविल और सैन्य अधिकारी शामिल हुए.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को रोकने और पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को घटाने समेत कई कड़े फैसले लिए हैं. इससे पाकिस्तान बिलबिला गया है. इसी क्रम में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने आज एक अहम सुरक्षा बैठक बुलाई है. ये बैठक इस्लामाबाद में शहबाज़ शरीफ की अध्यक्षता में हुई. इस हाईलेवल मीटिंग में पाकिस्तान के तीनों सेनाध्यक्ष, महत्वपूर्ण मंत्री, शीर्ष सिविल और सैन्य अधिकारी शामिल हुए.
पाकिस्तानी मीडिया ने शहबाज सरकार के हवाले से कहा कि अगर भारत ने पाकिस्तान के हिस्से का पानी रोकने या उसकी दिशा बदलने की कोशिश की, तो इसे युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा. इसके साथ ही पाकिस्तान ने भारत की स्वामित्व और संचालन वाली सभी एयरलाइनों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को पूरी तरह से बंद कर दिया है.
पाकिस्तान की नेशनल सिक्योरिटी कमेटी (NSC) ने आरोप लगाया कि भारत में मुसलमानों सहित अल्पसंख्यकों का दमन बढ़ा है. साथ ही वक्फ कानून के ज़रिए मुस्लिम समुदाय को हाशिए पर धकेलने का आरोप भी लगाया. एनएससी ने आरोप लगाया कि भारत इस तरह की दुखद घटनाओं का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहा है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि एनएससी की मीटिंग में पहलगाम में पर्यटकों की जान जाने पर चिंता जताई गई. साथ ही भारत द्वारा 23 अप्रैल को उठाए गए कदमों को एकतरफा, अन्यायपूर्ण, राजनीतिक से प्रेरित, गैर-जिम्मेदाराना और कानूनी आधारहीन बताया गया. वहीं, पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने कहा कि कश्मीर का मुद्दा अब भी अनसुलझा है, एनएससी ने कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक अनसुलझा विवाद है, जिसे संयुक्त राष्ट्र के कई प्रस्तावों में भी मान्यता दी गई है. पाकिस्तान कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन करता रहेगा.