नागदा के बिड़ला उद्योग प्रदूषण पर बाहरी विधायको को चिंता.

 

0नागदा के बिड़ला उद्योग प्रदूषण पर बाहरी विधायको को चिंता.

0समस्या समाधान के लिए सात पराए एम. एल .ए.मेहरबान

0विधानसभा सत्र में पहली बार अन्य विधायकों के 11 सवाल

0 आगे आए गरोठ, घटिया, राजपूर, हरदा, तराना, अटेर, भांडेर एम.एल.ए। दैनिक देशबंधु भोपाल में आज प्रकाशित

-कैलाश सनोलिया:

 

मप्र विधानसभा का पांच दिवसीय 16 से 20 दिसंबर का सत्र अबकि बार अनूठी छाप छोड गया। उज्जैन जिले में स्थित औद्योगिक नगर नागदा विधानसभा से संबधित समस्याओं के समाधान के लिए पहली बार बाहर के 7 विधायकों ने सवाल उठाए। विशेषकर यहां संचालित बिड़ला के ग्रेसिम, केमिकल एवं विदेशी लैक्सेंस उद्योगों के प्रदूषण से सबधित सवालों का अंबार लगा दिया। चबल नदी में औद्योगिक प्रदूषण, रसायुक्त जहरीले पानी एवं वातावरण में विषैली गेसों से फसलों से किसानों की बर्बादी, ग्रेसिम उद्योग का शासकीय भूमि पर अतिक्रमण, केद्रीय प्रदूषण बोर्ड के नियमों का उल्लघंन, जल प्रदूषण से चंबल नदी में मवेशियों की मौत पर सवाल-जवाब आए । ये सभी पाचं दिनों में कुल 11 सवाल तारांकित- अतंराकित प्रश्न पर केंद्रित हुएं।

 

नागदा को जिला बनाने तथा यहां की नपा परिषद की अनियमितता, वित्तीय अधिकारों का उल्लघंन, सड़क समस्या पर केंद्रित सवाल भी पूछे गए। मजेदार बात यह कि ये सभी सवाल बाहर केविधायकों ने उठाए हैं। ये प्रश्न गरोठ,जिला मंदसौर घटिया (उज्जैन) राजपुर (बड़वानी) हरदा, अटेर (भिंड) भांडेर (दतिया) विधानसभा के विधायकों ने पूछे हैं। पहली बार यह देखने में आया कि 50 किमी से लेकर लगभग 650 किमी दूर बैठे विधायकों को नागदा के औद्योगिक प्रदूषण की चिंता सता रही है। विशेषकर बाहर के सता पक्ष के भाजपा के विधायकों को यहां के प्रदूषण , ग्रेसिम प्रबंधन का शासकीय भूमि पर अतिक्रमण जैसी ज्वलंत समस्या के प्रति संवेदनशीलता नजर आई। विपक्षी कांग्रेस के बाहरी एमएलए को नागदा को जिला बनाने और नपा में कथित अनियमितता भष्ट्राचार पर संदिग्ध सवाल पूछते नजर आए। हालांकि नागदा के विधायक भाजपा के डॉ. तेजबहादुरसिंह चौहान है। प्रश्न पूछने वाले विधायकों के नामों के बारे में चर्चा की जाए तो गरोठ के भाजपा एमएलए चंदरसिंह सिसौदिया ने ग्रेसिम पर तीन तीखे सवाल किए हैं। इनके सारे सवाल ओधोगिक प्रदूषण पर केंद्रित हैं। घटिया विधानसभा के भाजपा विधायक सतीश मालवीय भी उद्योग ग्रेसिम, केमिकल एवं विेदेशी कंपनी लैंक्सेस के प्रदूषण एवं इन उद्योगों के सीएसआर फंड के खर्च पर सवाल करने में पीछे नहीं रहें। इन्होने चंबल नदी के कथित जहरीले पानी से मवेशियों की मौत उसके बाद प्रदूषण विभाग की जांच पर सवाल उठाए है। राजपूर के कांग्रेस विधायक बाला बच्चन की नजर यहां संचालित एक छोटे स्वास्तिक क्लोरोफिल उद्योग पर पडी है। इन्होंने इस उद्योग में केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के नियमों के कथित उल्लंघन पर ध्यान आकर्षित किया । तराना के कांग्रेस विधायक महेश परमार ने उज्जैन के प्रदूषण से संबधित सवाल किया जिसमें नागदा के प्रदूषण के बारे में भी जवाब आया है। हरदा के कांग्रेस विधायक डॉ. रामकुमार दोगने ने नागदा को जिला बनाने की ज्वलंत समस्या पर सरकार की नीति पर एक बार फिर सवाल किया।

 

पूर्व कांग्रेस विधायक ने लिया श्रेय

 

नागदा को जिला बनाने के सवाल-जवाब के बाद नागदा के पूर्व कांग्रेस विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने प्रचारित किया कि इस मांग को उन्होंने सबसे पहले 2008 में उठाया था। कमलनाथ सरकार में 18 मार्च 2020 को मंत्रिमंडल में स्वीकृति मिली है। उन्होंनं प्रेस बयान में वर्तमान विधायक डा.चौहान से मांग की हैकि वे इस प्रकिया को अब आगे बढाए।

 

भांडेर के कांग्रेस विधायक फूलसिंह बरैया ने लगभग 425 किमी दूर से यहा की भाजपा बहुमत की नपा परिषद में कथित नियम विरूद्ध कार्य पर सवाल किए हैं। यहां की परिषद में भाजपा पार्षदों की आपसी गुटीय को लेकर चल रही उठा-पटक पर केंद्रित सवाल भी किया। सलाहकार समितियों के 21 सदस्यों द्धारा त्यागपत्र का मामला उठाया है। जिसका जवाब नगरीय विकास एवं आवासमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने दिया है। अटेर के कांग्रेस विधायक हेमंत सत्यदेव कटारे ने लगभग 650 किमी दूर से भाजपा बहुमत की नपा परिषद के वित्त्तीय अधिकारों की उल्लंधन की जांच को लेकर सवाल खडे किए । मजेदार बात यह कि हेमंत

विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता भी है। जिनका सवाल प्रभावी माना जा रहा है।े

इन्होंने नपा अध्यक्ष की शक्तियां कर्तव्य से सबंधित भुगतान के बिलों की पतियां मांगी है। सीएमओं के अधिकार क्षेत्र से भुगतान किए गए बिलों की प्रतियां भी मांगी है। इसी प्रकार से राजपुर विधायक श्री बच्चन ने नागदा से गुजरे उज्जैन- जावरा फोरलेन ग्रीनफील्ड हाईवे की जानकारी पर केंदित सवाल भी किया है।

प्रदूषण की जांच करने आए थे मंत्री

 

बाहरी जनप्रतिनिधियों के इस प्रकार के सवाल पर सोशल मीडिया में ट्रोल भी हुआ है। प्रतिक्रिया है किसी समय तत्कालीन पर्यावरण मंत्री अंतरंसिह आर्य यहां पर प्रदूषण की जांच करने आए थे और यहां प्रदूषण माना था। तत्कालीन सांसद चिंतामणि मालवीय और उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया ने संसद में सवाल उठाए लेकिन इनकी जांच आज तक सार्वजनिक नही हुइ। जांच ढाक के तीन पात साबित ।

 

मुख्यमंत्री का भी जवाब

 

घटिया के श्री मालवीय का तारांकित जवाब 17 दिसंबर को तथा 20 दिसंबर को आया। इनके औद्योगिक प्रदूषण से सबंधित पहले प्रश्न का जवाब मुख्यमंत्री डॉ. मोहनयादव ने दिया। गत 5 वर्षो के ग्रेसिम, केमिकल एवं लैक्सेस उद्योग के सीएसआर फंड की राशि खर्च के दस्तोवज उपलब्ध कराए गए। इनके दूसरे सवाल का जवाब राज्यमंत्री, पर्यावरण दिलीप अहिरवार ने दिया। इन्होंने श्री मालवीय के सवाल का खंडन किया कि नदी के प्रदूषित पानी से नही बल्कि दलदल में फसंने गांव परमारखेडी में 8 भैसंो की मौत हुई । 19 दिसंबर की विधानसभा में अंताराकिंत प्रश्न सर्वाधिक यहां के बारे में पांच बाहरी विधायकों ने पूछे है। गरोठ के एमएलए श्री सिसौदिया ने ग्रेसिम उद्योग एवं अन्य उद्योगों का पानी चंबल नदी मे मिलने से नागदा से लेकर गांधी सागर डूब क्षेत्र प्रभावित होन का तीखा सवाल किया। जवाब में नगरीय विकासमंत्री श्री विजयवर्गीय ने आरोप को खारिज किया। श्री सिसौदिया के 18 दिसंबर के ग्रेसिम के अतिक्रमण प्रश्न का उत्तर राजस्व मंत्री करण सिंहवर्मा ने दिया। मंत्री नेे माना कि एक जांच के बाद ग्रेसिम के जीरो लिक्विड प्लांट के कुछ भाग पर निर्माण हुआ है। इसी दिन तराना के विधायक का सवाल एनजीटी के नियम कानून अनुसार प्रदूषण नियंत्रण पर मंत्री श्री विजयवर्गीय ने नागदा के उद्यांगों के नियंत्रण पर सफाई दी। बाला बच्चन ने नागदा से गुजरे फोरलेन हाईवे को लेकर नागदा, खाचरौद में इंटरेचेंज को लेकर किए गए सवाल का जवाब लोकनिर्माण मंत्री राकेशसिंह ने दिया। इसी दिन फूलसिंह बरैया ने नगर परिषद नागदा में नियम विरूद्ध कार्य का मसला उठाया जबाव मंत्री श्री विजयवर्गीय ने दिया। इसी प्रकार हेमंत कटारे को भी नगरपरिषद नागदा के वितीय अधिकारों के उल्ज्लंधन के सवाल के जवाब पर दस्तावेज उपलब्ध कराए। सत्र के अंितम दिन प्रदूषण पर तीन सवाल का जवाब आया। जिला बनाने का डॉ. दोगने के सवाल का जवाब 18 दिसंबर को राजस्वमंत्री ने दिया कि यह मामला विचाराधीन है। प्रकरण पुर्नगठन आयोग के समक्ष रखा जाना है।

 

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