देश में एक बार फिर कोरोना ने पैर पसारे तो घरों में बंद होने के हालात नजर आने लगे। पिछले 24 घंटे में आए महामारी के नए मामलों ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। कोरोना के कहर को देखते हुए दिल्ली समेत 6 राज्यों ने अपने कई शहरों में नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया तो, वहीं छत्तीसगढ़ के रायपुर में 10 दिनों के पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया गया है।
महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए रायपुर में 9 से 19 अप्रैल तक पूर्ण लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया गया है। रायपुर कलेक्टर एस भारती दसन ने बताया कोरोना की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, रायपुर जिले को 9 अप्रैल की शाम 6 बजे से 19 अप्रैल तक सुबह 6 बजे तक कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया जा रहा है। इस अवधि के दौरान जिले की सभी सीमाएं सील रहेंगी।
राज्य के दुर्ग जिले में भी कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मंगलवार से लॉकडाउन लागू कर दिया गया है, जो 14 अप्रैल तक चलेगा। दुर्ग जिले के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि जिले में लॉकडाउन का असर सुबह से ही दिखना शुरू हो गया था।
उधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अस्पताल प्रबंधन को बीमारी की गंभीरता के आधार पर मरीजों को अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों को किसी सिफारिश या दबाव के आधार पर बिस्तर नहीं उपलब्ध कराएं जाए जिससे केवल जरूरतमंद मरीजों को ही बिस्तर उपलब्ध हो सकेंगे और अनावश्यक रूप से कोई बिस्तर नहीं ले सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड टीकाकरण तेजी से हो रहा है और कोरोना संक्रमण जांच की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा, ”राज्य में संक्रमण की दर और रोज हो रही मौतें चिंताजनक है।” उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अनावश्यक रूप से घरों से न निकलें और कोविड दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करें।
छत्तीसगढ़ में मंगलवार तक 3,86,269 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है तथा 3,29,408 लोग इलाज के बाद संक्रमण मुक्त हुए हैं। राज्य में 52,445 मरीज उपचाराधीन हैं। राज्य में वायरस से संक्रमित 4416 लोगों की मौत हुई है। राज्य के रायपुर जिले में सबसे अधिक 76,427 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की गई है। जिले में कोरोना वायरस संक्रमित 1001 लोगों की मौत हुई है।