गुवाहाटी, 26 जनवरी, ऊपरी असम के डिब्रूगढ़ और चराईदेव जिले में रविवार को गणतंत्र दिवस की सुबह चार स्थानों पर बम विस्फोट हुए। इनमें से दो स्थानों पर ग्रेनेड से हमला किया गया जबकि दो स्थानों पर एक साथ बम विस्फोट हुए। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने इस घटना के कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए दोषियों को अति शीघ्र गिरफ्तार करने के निर्देश राज्य के पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत को दिए।
राज्य के चराईदेव जिला मुख्यालय शहर सोनारी के टियोक घाट नामक स्थान पर पहला ग्रेनेड हमला रविवार की सुबह एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान के सामने हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टियोक घाट के तीनाली के पास स्थित मिलिक अली के दुकान के सामने नीले रंग की बजाज पल्सर बाइक पर सवार होकर पहुंचे उग्रवादियों ने ग्रेनेड फेंका। हालांकि इसमें किसी के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं मिली है। इसके बाद मुख्यमंत्री के गृह जिला डिब्रूगढ़ में तीन अलग-अलग स्थानों पर हमले हुए। पहले दो हमले एक ही समय में दो अलग-अलग स्थानों पर हुए। इसमें से एक डिब्रूगढ़ शहर के ग्राहम बाजार स्थित आस्था हॉस्पिटल के सामने हुआ। दूसरा शहर के मारवाड़ी पट्टी स्थित गुरुद्वारा के सामने हुआ। इनके अलावा डिब्रूगढ़ जिले के दुलियाजान में दुलियाजान थाना के सामने पीपल के पेड़ के नीचे बम विस्फोट हुआ। इन तीनों विस्फोट में किसी के भी घायल या हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। इसके बारे में पूछे जाने पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए यह विस्फोट उग्रवादियों द्वारा किया गया है।
उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों के उग्रवादियों ने मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के सामने आत्मसमर्पण किया था। इससे ऐसा संदेश लोगों के बीच पहुंचा कि मानों राज्य से उग्रवाद का सफाया हो चुका है जिसे उग्रवादी संगठन सहन नहीं कर सके और अपनी उपस्थिति दिखाने के लिए आज गणतंत्र दिवस के मौके पर चार स्थानों पर बम विस्फोट किए। यह इलाके कई राज्यों की सीमा से मिलते हैं। खासकर चराईदेव जिला असम, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश के साथ ही अंतरराष्ट्रीय सीमा म्यांमार सीमा से सटा हुआ है। इस इलाके में उग्रवादी आसानी से घुसकर गड़बड़ी फैला पाते हैं। पुलिस ने इन विस्फोटों के बाद पूरे राज्य में सघन तलाशी और छापामारी अभियान तेज कर दिया है।
सुरक्षाबलों की पहले से ही गणतंत्र दिवस को लेकर की गई तैनाती को और अधिक सख्त बना दिया गया है। मुख्यमंत्री ने पुलिस को पूरी शक्ति के साथ पेश आने का निर्देश दिया है कि हर कीमत पर विस्फोट से जुड़े लोगों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
इस संबंध में डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि राज्य में चार स्थानों पर हुए विस्फोट में कोई भी हताहत नहीं हुआ है। साथ ही किसी तरह की कोई संपत्ति का भी नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने आशंका जताई है कि इन विस्फोटों के पीछे प्रतिबंधित संगठन उल्फा (स्वाधीन) का हाथ हो सकता है। उन्होंने बताया कि सभी घटनाओं की प्रारंभिक जांच की जा रही है। जांच में सारी बातें सामने आ जाएंगी। साथ ही कहा कि राज्य में सुरक्षा में किसी भी तरह की कोई ढील नहीं बरती जा रही है। उग्रवादियों से बेहद कड़ाई के साथ निपटा जाएगा।