कोरोना से जंग में ICMR ने इस दवा को बताया मददगार

आईएमसीआर ने इससे जंग में क्लोरोक्वीन दवा को मददगार बताया हैइस दवा को अमेरिका में भी आयात करने की मंजूरी मिली हैइसकी वजह से इसकी निर्माता इप्का के शेयरों में उछाल आ गया है
इंडियन मेडिकल कौंसिल रिसर्च ने कोरोना से निपटने में मलेरिया की दवा क्लोरोक्वीन को मददगार बताया है. अमेरिका ने भी इस दवा को आयात करने की इजाजत दे दी है. इसके बाद इस दवा की मांग काफी बढ़ गई और इसकी निर्माता कंपनी इप्का लेबोरेटरीज के शेयर सोमवार को करीब 12 फीसदी चढ़ गए.

20 मार्च यानी शु्क्रवार को पिछले सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन इस शेयर की कीमत 1372 रुपये थी, लेकिन सोमवार को यह करीब फीसदी के उछाल के साथ पर 1549 रुपये पर पहुंच गया. हालांकि मंगलवार को इसमें थोड़ी गिरावट आ गई.

कोरोना से निपटने में इस दवा के महत्व को देखते हुए अमेरिका के फूड एवं ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (USFDA) ने इसके आयात की इजाजत दी है. इसकी निर्माता कंपनी इप्का ने बीएसई और एनएसई को बताया है कि इस दवा की अमेरिका में काफी मांग है. इसकी वजह से इसके शेयर में उछाल आया. कंपनी ने बताया कि अमेरिकी प्रशासन ने उसके एक्टिव फार्मास्यूटिकल्स इनग्रेडिएंट्स और हाइड्रोक्लोरोक्वीन सल्फेट, क्लोरोक्वीन फास्फेट जैस तैयार उत्पादों के आया त की इजाजत दी है.

क्या कहा था ICMR ने

कोरोना से निपटने में एक प्रमुख एंटीवायरल के रूप में मलेरिया की दवा क्लोरोक्वीन Chloroquine को कारगर माना गया है, हालांकि इस पर अभी क्लिनिकल ट्रायल जारी है.

गौरतलब है कि इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) द्वारा गठित टास्क फोर्स ने सुझाव दिया है कि कोविड—19 के उपचार में हाईड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन का इस्तेमाल किया जाए. हालांकि, ICMR के महानिदेशक ने यह साफ किया था कि इस दवा का इस्तेमाल सिर्फ स्वास्थ्यकर्मियों को ही करना चाहिए.

गौरतलब है कि दुनिया के कोरोना वायरस से इस वक्त दुनिया की लगभग एक अरब आबादी लॉक डाउन जैसी स्थिति में रहने को मजबूर हो गई है. पूरे विश्व में 16000 से ज्यादा लोगों की मौत कोरोना वायरस से हो गई है.

दुनिया में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 3.81 लाख को पार कर चुकी है. 35 देशों में लॉकडाउन की स्थिति है. कोरोना वायरस से इटली में स्थिति सबसे खराब है, यहां पर करीब 5 हजार लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है.

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