कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है आयुष विभाग
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भारत शासन की एडवाइजरी के अनुसार आयुष विभाग प्रदेश के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिये मार्च से रोग-प्रतिरोधक दवाइयों का वितरण कर रहा है। प्रदेश में 9 मई तक 97 लाख परिवार के 2 करोड़ 33 लाख लोगों को रोग-प्रतिरोधक औषधियों का वितरण किया जा चुका है। इनमें 85 लाख शहरी और एक करोड़ 48 लाख ग्रामीण इलाकों के लोग शामिल हैं। करीब 37 लाख परिवारों को आयुर्वेदिक दवा, 58 लाख परिवारों को होम्योपैथी और 2 लाख परिवारों को यूनानी दवा दी जा चुकी है। दवा वितरण कार्य निरंतर जारी है। दवा वितरण के लिये आयुष विभाग द्वारा 1964 दलों का गठन किया गया है। दलों में शामिल आयुष चिकित्सक पैरा-मेडिकल स्टाफ और आयुष चिकित्सा छात्र मार्च से डोर-टू-डोर आयुर्वेदिक, होम्योपैथी और यूनानी दवाओं का वितरण कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने जीवन अमृत योजना में प्रदेश के एक करोड़ परिवारों को निरूशुल्क त्रिकटु काढ़ा चूर्ण वितरित करने के निर्देश दिये हैं। योजना में अब तक तकरीबन 5 लाख काढ़ा चूर्ण पैकेट बँट चुके हैं। काढ़ा वितरण की मॉनिटरिंग विभाग द्वारा विकसित सार्थक एप से की जा रही है।
आयुष विभाग क्वारेंटाइन किये गये और कोरोना के लक्षण रहित पॉजिटिव लोगों को आयुर्वेद औषधि आरोग्य कषायम-20 का सेवन करवा रहा है। विशेषज्ञ समिति द्वारा अनुशंसित काषायम का प्रयोग कोरोना संक्रमण प्रभावित 10 जिलों के 1096 रोगियों द्वारा किया जा रहा है। संबंधित जिले के कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की सहमति से किये जा रहे इस प्रयोग के सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं।
केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के सहयोग से आयुष विभाग द्वारा 10 हजार 790 शासकीय आयुष चिकित्सक, पैरा-मैडिक्स, आयुष चिकित्सा छात्र-छात्राओं को कोरोना संक्रमण से बचाव का ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा चुका है। साथ ही, 4,521 प्राइवेट आयुष प्रैक्टिशनर्स को भी यह प्रशिक्षण दिया गया है। लोगों को कोरोना के विरुद्ध जागरूक करने के लिये पूरे प्रदेश में 3 लाख पोस्टर, 3 हजार फ्लेक्स, 110 होंर्डिंग के साथ जन-सामान्य में 35 लाख पैम्पलेट भी बाँटे गये हैं।