इंटरनेट बैन होने के बाद किसानों ने निकाला देसी जुगाड़, ग्रामीणों तक अब ऐसे आवाज पहुंचाएंगे नेता

 

 

हरियाणा में किसानों और सरकार के बीच खींचतान चल रही है. जहां एक ओर सरकार शांति और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए 17 जिलों में इंटरनेट बैन को एक और दिन के लिए बढ़ा दिया, वहीं किसानों ने इसका हल भी खोज निकाला है. अपनी आवाज ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए अब किसान मंदिरों में लगे लाउडस्पीकर का उपयोग कर रहे हैं.

एक पंचायत के दौरान जींद जिले की 17 खापों के नेताओं ने 306 गांवों में समितियों का गठन करने का फैसला लिया है. जिसमें सरकार द्वारा धरना स्थलों से प्रदर्शनकारी किसानों को हटाने के मामले में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके. जींद-पटियाला राजमार्ग पर खटकर टोल प्लाजा में आयोजित हुई पंचायत में महिलाओं ने भी भारी संख्या में भाग लिया था.

नई रणनीति तैयार

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को हटाने के लिए प्रशासन द्वारा गुरुवार रात को की गई कार्रवाई के बाद नई रणनीति तैयार की गई है. जींद जिले के धादन खाप के नेता आजात पालवा ने कहा कि अगर सरकार दोबारा ऐसी कोई कार्रवाई करती है, तो किसानों को इकट्ठा करने के लिए गांव के मंदिरों के लाऊडस्पीकरों से तुरंत घोषणाएं की जाएंगी. यहीं नहीं गांव में किसानों द्वारा चौबीसों घंटे चौकसी बरती जा रही है. अगर इंटरनेट सेवाएं जल्द शुरू नहीं की जाती तो हम सड़को को बंद करने की योजना बना रहे हैं. इंटरनेट बंद होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई में परेशानी हो रही है और उनकी परीक्षा भी आने वाली है.

भाजपा-जजपा नेताओं का बहिष्कार

खाप नेता ने आगे कहा कि खापों ने निर्णय लिया है कि 306 गांवों में से कोई भी भाजपा-जेजेपी नेताओं को जब तक किसी भी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करेगा, जब तक आंदोलन चल रहा है और सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द नहीं कर देती. राज्य के अलग-अलग हिस्सों में किसानों ने भाजपा-जेजेपी नेताओं के सामाजिक बहिष्कार करने की घोषणा की है और तीनों कृषि कानूनों को किसान विरोधी करार दिया है. उन्होंने कहा कि हमने स्पष्ट कर दिया है कि किसान आंदोलन में किसी भी राजनीतिक दल के झंडे का इस्तेमाल नहीं होगा.

3 फरवरी को टिकैत कर सकते हैं किसानों को संबोधित

इसी बीच कंडेला खाप के सूत्रों ने बताया है कि किसान नेता राकेश टिकैत 3 फरवरी को जींद जिले के कंडेला गांव के किसानों को संबोधित करेंगे. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को हटाने की प्रशासन की कोशिश के बाद कंडेला गांव के किसानों ने जींद-चंडीगढ़ राजमार्ग को बंद कर दिया था.

हरियाणा सरकार ने शनिवार को 17 जिलों- अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाड़ी, सिरसा, सोनीपत, झज्जर और पलवल में 31 जनवरी 5 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं और डोंगल सेवाएं सस्पेंड कर दी है.

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