भारत में तेज धूप और चिलचिलाती गर्मी का दौर शुरू हो गया है. बीते हफ्ते मुंबई में 11 लोगों की हीट स्ट्रोक से मौत हो गई. ऐसे में शरीर को ठंडा रखना बेहद जरूरी है.
इसके लिए कई सारे लोग लंबे समय तक एसी में रहते हैं. घर, ऑफिस, कार, मॉल, इत्यादि जगहों पर आपको एसी मिलता है. हालांकि, क्या आप जानते हैं कि एसी में ज्यादा रहने से आप बीमार पड़ सकते हैं.
गर्म मौसम में एयर कंडीशनिंग (एसी) आपको बड़ी राहत दिला सकता है, लेकिन अगर सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया गया तो एसी आपको बीमार कर सकता है. एसी कीटाणुओं और एलर्जी को प्रसारित कर सकती हैं और हवा को ड्राई कर सकती हैं, जिससे ड्राई स्किन, गले में खराश, डिहाइड्रेशन और यहां तक कि सांस से जुड़ा संक्रमण जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
अगर आप रातभर एसी चलाते हैं तो इन जरूरी बातों को जान लें:
तापमान मध्यम रखें: एसी का तापमान 24-26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रखने की सलाह दी जाती है. कम तापमान परिवर्तन से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
एसी को साफ रखें: कीटाणुओं और एलर्जी के संचालन को रोकने के लिए एसी यूनिट के फिल्टर और कॉइल को नियमित रूप से साफ करें.
ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें: एसी इकाइयां एक कमरे में हवा को ड्राई कर सकती हैं, इसलिए ह्यूमिडिफायर का उपयोग करने से हवा में नमी का सही स्तर बनाए रखने में मदद मिल सकती है.
टाइमर का उपयोग करें: यदि आपकी एसी यूनिट में टाइमर है, तो इसे कुछ घंटों के उपयोग के बाद बंद करने के लिए सेट करें. यह एसी के अत्यधिक उपयोग को रोकने और ऊर्जा बचाने में मदद करेगा.
दूरी बनाए रखें: कोशिश करें कि सोते समय एसी यूनिट से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें. ठंडी हवा के सीधे संपर्क में आने से सांस की समस्या हो सकती है