web page hit counter

सीहोर:अवैध रूप से संचालित हेल्थ क्लीनिक सील करने के निर्देश

 

• अवैध क्लीनिक संचालकों के विरूद्ध की गई छापामार कार्रवाई

• अवैध रूप से संचालित हेल्थ क्लीनिक सील करने के निर्देश

कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह के निर्देशानुसार में जिले में संचालित अवैध हेल्थ क्लीनिक एवं झोलाछाप डॉक्टरों के विरूद्ध स्वास्थ्य विभाग के अलग-अलग दलों द्वारा जिलेभर में छापामार कार्रवाई की गई।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री सुधीर कुमार डेहरिया ने जानकारी दी कि कार्यवाही के दौरान अवैध रूप से संचालित क्लीनिक संचालकों को क्लीनिक बंद करने के नोटिस जारी किए गए। जिन क्लीनिक संचालकों के दस्तावेज अपूर्ण थे उन्हें एक माह के भीतर दस्तावेज पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। कार्यवाही के दौरान कई क्लीनिक संचालकों ने छापे की खबर लगते ही क्लीनिक बंद कर दिए, ऐसे अवैध संचालकों की क्लीनिक सील करने के निर्देश दिए गए। कुछ झोलाछाप डॉक्टर घर पर ही क्लीनिक संचालित कर रहे थे ऐसे डॉक्टरों के क्लीनिक बंद करने के निर्देश दिए गए। बगैर किसी डिग्री के अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को सील करने की कार्रवाई की गई। कुछ क्लीनिक संचालक ऐसे थे जो पंजीयन के अलावा किसी अन्य पैथी से उपचार कर रहे थे। ऐसे व्यक्तियों की क्लीनिक सील करने के निर्देश दिए गए।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कार्रवाई के दौरान आष्टा विकासखंड अंतर्गत भवरा की रिशिका क्लीनिक, पाल क्लिीनिक, बंगाली डॉक्टर हिन्द क्लीनिक अलीपुर, विधि क्लीनिक, शिव शक्ति क्लीनिक कोठरी, आयुष होम्यो एण्डट क्लीनिक, कान्हर क्लीनिक ग्राम कोठरी, इछावर डॉ अमित राय डॉ विश्वास धाकड़ मेडिकल स्टोर, बुदनी अंतर्गत मेकलसुता क्लीनिक, श्री कृष्णा क्लीनिक वान्या क्लीनिक, दृष्टि डेंटल क्लीनिक आलोक आरोग्यम, नायक पॉलीक्लीनिक, सौरभ क्लीनिक बकतरा, लक्ष्मी क्लीनिक बकतरा, उदय क्लीनिक बकतरा, पटेल क्लीनिक बकतरा, नागर पॉली क्लिनिक सहित दो दर्जन से अधिक प्राइवेट चिकित्सकों पर कार्रवाई की गई। जो शासकीय नियमों को ताक पर रखकर क्लीनिक संचालित कर रहे थे।

यह कार्यवाही जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ मेहरबान सिंह, विकासखण्ड स्तरीय दलों में सीबीएमओ डॉ रामहित कुमार, सीबीएमओ डॉ अंकित चांडक, बीएमओ डॉ जीडी सोनी, चिकित्सा अधिकारी डॉ राहुल, डॉ देवेन्द्र मिहोलिया, डॉ प्रिंस सोनी, डॉ पूजा यादव, श्री सीएल बगाना नेत्र चिकित्सा सहायक, श्री मोहन श्रीवास्तव बीईई फार्मासिस्ट, स्टॉफ, सुपरवाइजर सहित अन्य कर्मचारियों द्वारा की गई।

Shares