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ओमिक्रॉन के यह हैं लक्षण-नजर आने पर तुरंत करवाएं जांच

भोपाल. जिस प्रकार दक्षिण अफ्रीका से भारत के कई राज्यों में लौटे लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया है, उनसे साफ नजर आ रहा है कि अगर अब भी सावधानी नहीं बरती गई तो निश्चित ही एमपी में भी इससे प्रभावित लोग पाए जा सकते हैं। क्योंकि जो लोग ओमिक्रॉन से प्रभावित हैं, उनमें बहुत सामान्य से लक्षण नजर आए हैं, इस कारण यह वैरिएंट आसानी से फैल सकता है, इसलिए सभी को तुरंत जागरूक होना पड़ेगा, तभी इस वैरिएंट से निजात पाई जा सकती है और इसे मध्यप्रदेश में आने से रोका जा सकता है।
आसानी से नहीं होती पहचान देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के कारण लोग काफी दहशत में हैं, लेकिन जिस प्रकार के लक्षण दक्षिण अफ्रीका से आए लोगों में पाए गए हैं। उनसे साफ पता चलता है कि आपको अलर्ट रहने की काफी जरूरत है। क्योंकि इस वैरिएंट से संक्रमित होने के बाद कोई विशेष लक्षण नजर नहीं आते हैं, बहुत सामान्य से लक्षण होने के कारण व्यक्ति इसकी आसानी से पहचान नहीं कर पाता है, इसलिए आपको सावधान रहने की जरूरत है। लोगों के सम्पर्क में आने से बचें और मास्क सहित सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें, फिर भी आपको इनमें से कुछ लक्षण नजर आए तो उन्हें नजर अंदाज भी नहीं करें, क्योंकि इस प्रकार के लक्षण दक्षिण अफ्रीका से आए पॉजिटिव लोगों में नजर आए हैं।

।यह लक्षण नजर आए
शरीर में बहुत अधिक थकान।
जरूरत से ज्याद कमजोरी।
बुखार।


कर्नाटक में आए डॉक्टर को यह नजर आए लक्षण दक्षिण अफ्रीका से कर्नाटक लौटे दो लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट पाए जाने के बाद हडकंप मच गया है। इन लोगों की उम्र 46 और 66 वर्ष बताई जा रही है। इसमें एक ४६ वर्षीय डॉक्टर को जब बहुत अधिक थकान, कमजोरी और बुखार महसूस हुआ तो उन्होंने टेस्ट करवाया था,उनकी साईकिल थ्रेशहोल्ड वैल्यू कम होना। उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

बहुत सामान्य हैं लक्षण इस बारे में दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों का भी मानना है कि इस वैरिएंट के लक्षण बहुत अधिक गंभीर नहीं होते हैं, व्यक्ति में इसके लक्षण बहुत सामान्य और हल्के होने के कारण पता ही नहीं चलता है कि व्यक्ति इससे संक्रमित है। इस कारण इसके बहुत जल्दी फैलने की समस्या रहती है। इसलिए अगर आपको भी उक्त कोई लक्षण नजर आए तो तुरंत जांच करवाएं। ताकि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत कंट्रोल किया जा सकता है।
आरटीपीसीआर से ही जांच संभव सूत्रों की माने तो करीब 29 देशों में ओमिक्रॉन के अब तक करीब 373 मामले सामने आए हैं। ऐसे में हाई रिस्क वाले देशों से आनेवालों का आरटीपीसीआर करना जरूरी है, क्योंकि आरटीपीसीआर के अलावा इसकी जांच संभव नहीं है। यह अन्य जांच से पकड़ में भी नहीं आता है। हालांकि अन्य देशों से आनेवाले लोगों को नेगेटिव पाए जाने पर कम से कम 7 दिन के लिए होम क्वारंनटीन किया जाना हैं।

30 लोगों को ढूंढ रही आंध्र प्रदेश सरकार आंध्रप्रदेश सरकार विदेश से लौटे करीब 60 लोगों में से 30 लोगों को आरटीपीसीआर करने के लिए ढूंढ रही है। अफ्रीका से आए करीब 60 पैसेंजर पिछले 10 दिनों में विशाखापट्टनम पहुंचे थे। जिनमें से 30 अभी भी विशाखापट्टनम में हैं। बाकी 30 प्रदेश में अलग-अलग स्थानों के लिए रवाना हो गए। इन लोगों को जांच के लिए फोन कॉल किया जा रहा है। लेकिन वे कोई जवाब नहीं दे रहे हैं।

जयपुर में एक ही परिवार के 4 लोग संक्रमित


कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने राजस्थान में भी एंट्री कर ली है। यहां दक्षिण अफ्रीका से जयपुर लौटे एक ही परिवार के 4 सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इस परिवार के संपर्क में आए अन्य 5 लोग भी पॉजिटिव पाए गए हैं।


एमपी में कोरोना संक्रमितों का बढ़ा आंकड़ा एमपी में कोरोना के केस में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले २४ घंटों में भोपाल में 8, इंदौर में 3 ग्वालियर में 2 और शहडोल व जबलपुर में एक एक केस सामने आया है, इसमें इंदौर में कुल 40 केस एक्टिव हैं, जिसमें दो बच्चे भी शामिल हैं। ऐसे में जहां कोरोना के केस सामने आ रहे हैं, वहीं कहीं दबे पांव ओमिक्रॉन भी दस्तक नहीं दे जाए, इस कारण अलर्ट रहने की बहुत जरूरत है। क्योंकि देश के कई प्रदेशों में दक्षिण अफ्रीका से लौटे लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।

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