स्वयंबर का धनुष तोड़ने में नकारा साबित हुए सत्ता के सूरमा.
0 मुंह लटकाए खड़े, हाथों में मुरझाई वरण की माला 0 सूरमा को चिढ़ाकर और कोई कर गया वरण. नागदा। रामायण काल में जनकपूरी में एक स्वयंबर हुआ था। इस स्वयंबर का असली चिंतन तो यह थाकि सुरमा कौन है। शक्तिशाली कौन है। इस स्वयंबर का पैमाना यह थाकि धनुष को जो भी सूरमा…