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अपहरण की बात निकली झूठी, किस्त जमा करने के लिए महिला खुद गई थी बैंक

 

*अपहरण की बात निकली झूठी, किस्त जमा करने के लिए महिला खुद गई थी बैंक*

सीधी। समूह के माध्यम से रोजगार स्थापित करने वाली एक महिला का बैंक कर्मचारियों द्वारा अपहरण किए जाने का मामला झूठा निकला। रविवार को महिला पुलिस अधिकारी गांव पहुंचकर महिला समूह की महिलाओं से बातचीत कर बयान दर्ज किया। पूनम सिंह उप निरीक्षक सिटी कोतवाली ने बताया कि डेवाडांड गांव निवासी खुशबू पति ललुऊ कोल भारत फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड से समूह के माध्यम से स्वरोजगार स्थापित करने के लिए 32 हजार रुपये लोन लिया था। 10 मार्च को फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी ओमप्रकाश द्वारा गांव में ही बैठक ली गई थी। आठ समूह की महिलाओं ने 1050 अपना किस्त जमा कर दिया। जिसमें खुशबू के पास किस्त के 500 रुपये कम थे।

*खाते में नहीं था पैसा, पति को लगाया फोन*
खुशबू ने बताया कि वह लोन का बचा 500 रूपये किस्त को जमा करने के लिए आटो में बैठकर सीधी पहुंची। उसे पता था कि खाता में पैसा जमा है लेकिन जब देखा तो पैसा नहीं था। इसकी सूचना उसने अपने पति को दी। पति मौके पर पहुंचकर पत्नी को साथ में ले गया। रही बात रोने की तो बताया कि शाम हो रही थी हम अपने तीन बच्चों को घर में छोड़कर आए थे इसकी चिंता लग रही थी।

*गांव में चल रहे आठ समूह*
बता दें कि डेवाडांड़ में भारत फाइनेंस प्राइवेट कंपनी द्वारा आठ समूह गठित कर पिछले दो वर्षों से लोन दिया गया है। खुशबू कोल का समूह पिछले एक वर्षों से संचालित है जिसकी किस्त समूह द्वारा जमा किया जा रहा है। पुलिस से पूछताछ के दौरान सरिता सिंह गोड़ और सरोज सिंह गोड़ ने बताया कि फाइनेंस प्राइवेट कंपनी द्वारा हम सभी को लोन दिया गया है। अब महिलाएं समय पर किस्त को भी जमा करती रही हैं। बैंक के कर्मचारियों द्वारा किस्त को जमा करने के लिए परेशान नहीं किया जाता। इतना जरूर है कि समय पर पैसा नहीं जमा करने पर बार-बार बोला जाता है।

*इनका कहना है*
गांव में जाकर महिला से पूछताछ की गई है उसने बताया कि हम खुद सीधी पैसा जमा करने गए हुए थे। बैंक के कर्मचारियों द्वारा अपहरण नहीं किया गया था पिछले एक वर्ष से हम समूह की महिलाएं लोन लेकर स्वरोजगार स्थापित किए हुए हैं। गांव की दो अन्य महिलाओं से भी पूछताछ की गई है।
*-पूनम सिंह, उप निरीक्षक जांच अधिकारी*

बैंक कर्मचारी ओम प्रकाश एवं समूह की महिला से पूछताछ किया गया है अपहरण की कोई बात सामने नहीं आई है वह खुद आटो से बैठकर सीधी पहुंची थी।
*-योगेश मिश्रा, थाना प्रभारी सिटी कोतवाली*

*✍🏻विकास तिवारी*

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